बिहार के कैमूर जिले में रविवार को एक महिला कांस्टेबल को उसके पुरुष सहकर्मी ने गोली मार दी. पीड़िता की पहचान सरिता कुमारी (28) के रूप में हुई है. आरोपी अजय पासवान भी कांस्टेबल है. इस वारदात के बाद से वो फरार है. बताया जा रहा है कि दोनों रिश्तेदार हैं और सुपौल जिले में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.
पटना में पुलिस मुख्यालय के अनुसार ये घटना रविवार सुबह 4.30 बजे जिले के कुदरा इलाके में हुई. पीड़िता अपने पति के साथ मोटरसाइकिल पर पीछे बैठी थी. उसी वक्त आरोपी कांस्टेबल अजय पासवान उसके पास पहुंचा और उसे गोली मार दी. इसके बाद वो मौके से फरार हो गया. इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पीड़िता को नजदीकी अस्पताल ले गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अजय पासवान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. घायल महिला कांस्टेबल को बेहतर इलाज के लिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी रेफर कर दिया गया है. मोहनिया के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि घटना के पीछे पैसे का विवाद हो सकता
बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के एक जवान ने अपने ही सीनियर अफसर की गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना शनिवार रात उस समय हुई जब कैंप के भीतर दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस छिड़ गई. दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि जवान ने गोली चला दी. बीएसएफ ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है.
ये घटना शनिवार देर रात करीब 10:30 बजे मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके में स्थित बीएसएफ कैंप में हुई. कांस्टेबल शिवम कुमार मिश्रा और हेड कांस्टेबल रतन सिंह शेखावत के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हो रही थी. दोनों बीएसएफ की 119वीं बटालियन में तैनात थे. इसी दौरान गुस्से में आकर कांस्टेबल ने अपनी सर्विस राइफल से गोली चला दी.
गोली हेड कांस्टेबल रतन सिंह शेखावत लगी, जिसके बाद वो नीचे गिर पड़े. घटनास्थल पर ही उनकी मौके पर ही मौत हो गई. दोनों के बीच बहस किस वजह से हुई, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है. यूनिट के अफसरों के मुताबिक यह यूनिट मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद तैनात की गई थी. रतन सिंह शेखावत जयपुर के रहने वाले थे.