सीधी : जिले के सिहावल जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत अमिलिया सहकारी समिति के गोदाम में किसानों से महंगे दाम पर खाद देने और उन्हें परेशान करने का गंभीर मामला सामने आया है.ग्रामीणों का आरोप है कि समिति प्रबंधक और अन्य कर्मचारी यूरिया व डीएपी खाद निर्धारित दर से अधिक कीमत पर दे रहे हैं.इससे खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों में भारी रोष है.
अमिलिया निवासी अजय कुमार साहू ने बताया कि 1300 रुपए में मिलने वाली खाद उन्हें 1400 रुपए में दी गई. जब उन्होंने इसका कारण पूछा, तो जवाब मिला — “लेना है तो लो, नहीं लेना है तो वापस रख दो”.यह व्यवहार और वसूली किसानों के साथ खुली लूट जैसा है.
इसी तरह, किसान कमलापति तिवारी का कहना है कि उन्हें छह दिन पहले टोकन दिया गया था, लेकिन खाद नहीं मिली. अब फिर से नया टोकन दिया जा रहा है और कहा जा रहा है कि पुराना टोकन मान्य नहीं है.लगातार परेशान किए जाने और अतिरिक्त पैसे वसूलने के बावजूद उन्हें खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही.तिवारी बताते हैं कि उनकी तरह सैकड़ों किसान पिछले कई दिनों से गोदाम के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही.
ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत एसडीएम सिहावल प्रिया पाठक और अन्य अधिकारियों से की है.किसानों की पीड़ा सुनने के बाद एसडीएम प्रिया पाठक ने कहा, “हम पूरे मामले की जांच करेंगे, यदि किसानों से अधिक पैसे लिए गए हैं तो संबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
किसानों का कहना है कि समय पर खाद नहीं मिलने से उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं.खरीफ और रबी सीजन में समय पर खाद की आपूर्ति कृषि उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होती है.ऐसे में अनियमितता, महंगाई और लापरवाही किसानों की मेहनत पर पानी फेर सकती है.