आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ. बेंगलुरू जा रही एक बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हो गई. हादसे में सात लोगों की मौत हो गई तो वहीं 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में घायलों को अस्तपाल में भर्ती कराया. वहीं शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस हादसे की जांच-पड़ताल में जुटी है.
पुलिस ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को APSRTC की एक बस बेंगलुरू जा रही थी. चित्तूर जिले के पालमनेरू मंडल के पास मोगिली घाट रोड पर बस की एक ट्रक से टक्कर हो गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई. आनन-फानन में आसपास के लोग मौके पहुंच गए. लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पास की थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
पुलिस ने बस के अंदर से एक-एक कर सभी यात्रियों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया. अस्तपाल में डॉक्टरों ने इलाज के दौरान सात लोगों को मृत घोषित कर दिया और अन्य को भर्ती कर इलाज शुरू किया. पुलिस के अनुसार, हादसा ट्रक ड्राइवर की गलती के कारण हुआ. दूसरी साइड से चल रहा ट्रक काफी तेज रफ्तार में था. इसी दौरान अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार कर बस से टकरा गया.
Watch: A fatal accident occurred on the Bangalore-Tirupati Highway in Chittoor, where two lorries collided with a passenger bus at Mogili Ghat. The crash left 8 dead and 30 injured; police are investigating pic.twitter.com/j0o2mthvTW
— IANS (@ians_india) September 13, 2024
हादसे के बाद सड़क पर लगा लंबा जाम
एक पुलिस अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के बाद सड़क मार्ग पर काफी लंबा जाम लग गया था. क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त बस और ट्रक को हटाया गया और फिर ट्रैफिक व्यवस्था पटरी पर लाई गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने सातों शवों की पहचान कर ली है और उनके परिजनों को सूचना दे दी है. हादसे में 10 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. इन सभी का इलाज चल रहा है.
CM चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर दुख जताया
आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू ने हादसे में मरने वालों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की. साथ ही हादसे पर दुख जताया. उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि घायलों का समुचित इलाज कराया जाए. उनके इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए.