दिल्ली की साकेत कोर्ट में मंगलवार को पेशी के लिए लाए गए दो कैदियों के बीच खूनी संघर्ष हो गया. कोर्ट परिसर के लॉकअप में हुई इस हिंसक झड़प में एक कैदी की जान चली गई. इस घटना ने अदालतों की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
5 जून 2025 को दिल्ली की साकेत कोर्ट के लॉकअप (खारजा नं. 5) में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कैदियों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हो गई. इस झड़प में घायल हुए एक युवक अमन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
मृतक की पहचान अमन पुत्र धर्मेंद्र (24), निवासी गोविंदपुरी, दिल्ली के रूप में हुई है. अमन के खिलाफ एफआईआर नंबर 250/2017 के तहत धारा 307/34 आईपीसी में मामला दर्ज था और वह गोविंदपुरी थाने से जुड़ा हुआ था.
घटना के समय लॉकअप के अंदर कई अंडर ट्रायल प्रिजनर्स (UTP) मौजूद थे. अमन पर हमला करने वालों की पहचान जितेन्द्र उर्फ जित्ते पुत्र जगदीश और जयदेव उर्फ बच्चा पुत्र लाल चंद के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि हमले की वजह पुरानी दुश्मनी थी.
दरअसल, साल 2024 में जितेन्द्र और अमन के बीच जेल से बाहर रहते हुए झगड़ा हुआ था. उस समय अमन ने जितेन्द्र और उसके भाई पर चाकू से हमला किया था. उसी रंजिश में मंगलवार को कोर्ट के लॉकअप में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई.
घटना के बाद कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया. भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया और वरिष्ठ अधिकारी भी तुरंत पहुंच गए. फिलहाल कोर्ट लॉकअप को खाली करा लिया गया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है. इस घटना ने जेल और कोर्ट परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं.