रायपुर: विष्णुदेव साय सरकार आज विधानसभा में छत्तीसगढ़ बजट 2025 पेश कर रही है. साय सरकार का ये दूसरा बजट है जिसे वित्त मंत्री ओपी चौधरी दूसरी बार पेश कर रहे हैं. दोपहर साढ़े 12 बजे वित्त मंत्री छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट पेश करेंगे. मंत्री चौधरी ने कहा कि इस बार का बजट पिछले साल के बजट का अगला कदम होगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प की तर्ज पर 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करने का लक्ष्य है. इस बार का बजट उस दिशा में आगे ले जाने वाला साबित होगा.
छत्तीसगढ़ अमृतकाल के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में अग्रसर
दक्ष मानव संसाधन के लिए दस करोड़ का प्रावधान, युवाओं को रोजगार मिलेंगे
राजस्व विवादों को रोकने, डिजिटल नवाचार को प्रोत्साहन देने पर फोक
ठेकेदार, सप्लायर, सेवा प्रदाता को निश्चित समय पर भुगतान पर फोकस
सीएम एक्सिलेंसी अवार्ड प्रदान किए जाएंगे
स्पेशल केपिटल असिस्टेंस योजना पर फोकस
डीएमएफ के कार्यों का सोशल ऑडिट भी होगा
छत्तीसगढ़ में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर फोकस
बिजनेस रिफार्म एक्सन प्लान पर भी फोकस
सुगम एप के जरिए फर्जी रजिस्ट्री रोकने में मदद
पंजीयन के कार्यालयों को अपग्रेड करने 20 करोड़ प्रावधान
छत्तीसगढ़ बजट 2025- इस बार GATI पर फोकस
पिछले साल GYAN पर काम किया, सीएम के नेतृत्व में जनता तक योजनाएं पहुंची.
इस बार GATI गुड गवर्नेंस, एक्सलिरेटिंग, टेक्नोलॉजी पर फोकस
लाल फीताशाही खत्म करन नई प्रणाली
अमृतकाल 2047 में छत्तीसगढ़ का योगदान
अमृतकाल 2047 के लिए छत्तीसगढ़ भी योगदान दे रहा.
छत्तीसगढ़ अंजोर 2024 विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है.
सरकारी दस्तावेज नहीं बल्कि भी वर्गों से चर्चा कर बनाया गया है.
अल्पकालिक, मध्यकालिक, दीर्घकालिक योजना बनाई गई है.
छत्तीसगढ़ में 4 लाख शासकीय कर्मचारी
शासकीय कर्मचारियों की संख्या भी 4 लाख पहुंच चुकी है.
18 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है.
प्रदेश में 14 मेडिकल कॉलेज
पहले पूरे राज्य में एक ही मेडिकल कॉलेज हुआ करता था.
मेडिकल कॉलेज की संख्या 14 पहुंच चुकी है.
रायपुर में पहले 6 फ्लाइट आया करती थी. अब 76 फ्लाइट आती हैं.
उड़ान योजना का भी छत्तीसगढ़ को फायदा.
छत्तीसगढ़ में पहली बार हस्तलिखित बजट पेश, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने किए हस्ताक्षर
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब वित्त मंत्रीओपी चौधरी ने हस्तलिखित बजट पेश किया. यह पहला मौका है जब राज्य में कंप्यूटर-टाइप्ड बजट की जगह खुद वित्त मंत्री के हाथों से लिखा गया बजट सदन में प्रस्तुत किया. यह बजट 100 पृष्ठों की है, जिसे पूरी तरह हाथ से लिखा गया है.
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इसे परंपराओं की ओर वापसी और मौलिकता को बढ़ावा देने का कदम बताया. उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में हस्तलिखित बजट पेश करना एक अलग पहचान और ऐतिहासिक महत्व रखता है.