Vayam Bharat

बिहार: पुलिस अधिकारी पर FIR दर्ज, बुजुर्ग दंपति के साथ मारपीट और धमकाने का आरोप, CCTV में कैद हुई पुलिस की करतूत

पटना में बिहार पुलिस के अधिकारी की दबंगई का मामला सामने आया है. बुजुर्ग दंपति विजय कुमार सिंह (पीड़ित) ने पुलिस अधिकारी सहित चार पुलिसकर्मियो पर मारपीट और धमकाने का गंभीर आरोप लगाया है. इस मामले में पटना के कदमकुआं थाने में पुलिस अधिकारी सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

Advertisement

पुलिस अधिकारी का बुजुर्ग पर धौंस

बताया जाता हैं की संपति विवाद में बुजुर्ग दंपति विजय कुमार सिंह (72 वर्ष) पर धौंस दिखाते हुए भागलपुर के DSP आशीष कुमार सिंह ने पहले पिटाई की और पिस्टल का भय दिखा कर स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिया. इस मामले में कदमकुआं थाने के दारोगा अमित कुमार एवं दो सिपाही भी शामिल हैं, जिन्हें अभियुक्त बनाया गया है.

CCTV का वीडियो हुआ वायरल

इस घटना का एक CCTV वीडियो वायरल हो रहा है, वीडियो 9 सितंबर शाम 5 बजे का बताया जा रहा है.जिसमें पुलिसकर्मियो के द्वारा बुजुर्ग दंपति के साथ धक्का-मुक्की कर घसीटते हुए ले जाने की तस्वीर कैद हो गई. CCTV फूटेज से यह स्पष्ट हो रहा है कि, पुलिस किस प्रकार बुजुर्ग दंपति के साथ दबंगई कर रहा हैं.

बुजुर्ग दंपति पर बहु ने रची गहरी साज़िश

विजय कुमार सिंह सिविल कोर्ट से सेवानिवृत्त जिनका बड़ा विजेंद्र कुमार शारीरिक रूप लाचार हैं. इस कारण से बहु साधना सिंह ने बुजुर्ग दंपति पर कदमकुंआ के नाला रोड़ स्थित मकान को अपने नाम लिखने का दवाब बना रही थी. जिस पर विजय कुमार सिंह ने साफ इंकार कर दिया. जिसके बाद 13 सितंबर को बहु ने बुजुर्ग दंपति पर प्रताड़ना का केस किया. जिस पर पुलिस ने एकतरफा कारवाई करते हुए दंपति प्रताड़ित किया.

थाना से नहीं मिला इंसाफ

इस घटना की शिकायत लेकर विजय कुमार सिंह कदमकुंआ थाना पहुंचे, तो अगले दिन ही थाने के दारोगा अमित कुमार अपने दो सहयोगी सिपाहियों के साथ मिलकर दंपति पर साधना (बहु) के नाम मकान लिखने का दवाब बनाने लगा. दरोगा अमित कुमार अपने सहयोगी सिपाहियों के साथ मिलकर विजय कुमार सिंह और उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया. इस व्यवहार से दंपति ने पुलिस के खिलाफ घोर आपत्ति जताई.

DGP के हस्तक्षेप से कारवाई हुई तेज

पुलिस की एकतरफा कारवाई से परेशान विजय कुमार सिंह ने पुलिस महानिदेशक (DGP) से मिलकर मामले की गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस महानिदेशक आलोक राज हस्तक्षेप के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई हैं. इस मामले में सेंट्रल रेंज की आईजी गरिमा मलिक से मामले की जांच और पुलिस अधिकारीयों की भूमिका पर पुरी रिपोर्ट मांगी गई हैं.

Advertisements