लखनऊ के मलिहाबाद में कक्षा 9 के एक छात्र द्वारा सोशल मीडिया पर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद विवाद खड़ा हो गया। इस पोस्ट से मुस्लिम समुदाय में नाराजगी फैल गई और लोग काकोरी थाना पहुंचकर कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने छात्र के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
सिद्धार्थ ग्लोबल स्कूल ने इस मामले में तुरंत कदम उठाते हुए छात्र को निष्कासित कर दिया। स्कूल ने स्पष्ट किया कि छात्र द्वारा की गई हरकत का विद्यालय से कोई लेना-देना नहीं है और ऐसी गतिविधियों का स्कूल समर्थन नहीं करता। इसके अलावा, स्कूल परिसर में मोबाइल फोन का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
काकोरी थाना क्षेत्र के रहने वाले इस छात्र ने सोशल मीडिया पर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट साझा किया। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज हो गए और बड़ी संख्या में थाना पहुंचे। उन्होंने छात्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की।
विद्यालय ने एक पत्र जारी कर कहा कि उन्हें छात्र के सोशल मीडिया पोस्ट की जानकारी मिली, जिसके बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए छात्र को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया। स्कूल ने स्पष्ट किया कि छात्र द्वारा किए गए कृत्यों और किसी भी पोस्ट से विद्यालय का कोई सरोकार नहीं है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर किसी धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने से सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ सकता है और ऐसे मामलों में कड़े कदम उठाना आवश्यक है। स्कूल प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने मिलकर स्थिति को नियंत्रित किया और सुनिश्चित किया कि किसी भी तरह की हिंसा या अफरा-तफरी न फैल सके।
इस घटना ने एक बार फिर ध्यान दिलाया कि छात्रों और युवाओं को सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बचाने के लिए जागरूकता और सख्त नियमों की आवश्यकता है।