दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित कॉसमॉस हॉस्पिटल में शनिवार दोपहर आग लग गई. आग की चपेट में कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर भी आ गए. दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक हॉस्पिटल में धुआं भर जाने के बाद, शीशे तोड़कर 11 मरीजों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया. समय रहते बाकी ऑक्सीजन सिलेंडर बाहर निकाल दिए गए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
अमित नाम के एक हाउसकीपिंग स्टाफ ने आग लगने के बाद खुद को हॉस्पिटल के बाथरूम में बंद कर लिया था, जिस कारण दम घुटने से उसकी मौत हो गई. आग बुझाने के लिए दिल्ली फायर सर्विस ने आठ फायर टेंडर मौके पर भेजे. आनंद विहार में स्थित कॉसमॉस हॉस्पिटल में जॉइंट रिप्लेसमेंट और ट्रॉमा मैनेजमेंट से जुड़ा मेडिकल ट्रीटमेंट होता है.
दिल्ली के हरि नगर में दीवार गिरने से आठ की मौत
दिल्ली के हरि नगर में शुक्रवार रात भर हुई भारी बारिश के कारण एक दीवार गिरने से पुराने मंदिर के पास की झुग्गियां क्षतिग्रस्त हो गईं. इस दुर्घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने ऐहतियातन आस-पास की झुग्गियों को खाली करा दिया है. झुग्गियों में रहने वाले ज्यादातर कबाड़ बेचने वाले थे. घायलों को सफदरजंग अस्पताल और एम्स ले जाया गया. हालांकि, इलाज के दौरान सभी की मौत हो गई.
मृतकों की पहचान शबीबुल (30), रबीबुल (30), मुत्तु अली (45), रूबीना (25), डॉली (25), हशीबुल, रुखसाना (6) और हसीना (7) के रूप में हुई है. एक अन्य मृतक की पहचान नहीं हो पाई है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ऐश्वर्या शर्मा ने कहा, ‘यहां एक पुराना मंदिर है और उसके बगल में पुरानी झुग्गियां हैं जहां कबाड़ी रहते हैं. रात भर हुई भारी बारिश के कारण दीवार गिर गई. हमने अब इन झुग्गियों को खाली करा दिया है ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो.’
दिल्ली में भारी बारिश के बाद जनजीवन अस्तव्यस्त
यह हादसा ऐसे समय हुआ जब दिल्ली में शुक्रवार रात से लगातार भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. रक्षाबंधन की सुबह हुई तेज बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया और अंडरपास पानी में डूब गए. बारिश के कारण भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई. मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटों में, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग ने 78.7 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि प्रगति मैदान में 100 मिमी बारिश दर्ज की गई. मूसलाधार बारिश के बीच दिल्ली में यमुना का जलस्तर 204.50 मीटर के चेतावनी स्तर के करीब पहुंच गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. एजेंसियां स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं.