टीकमगढ़ में डेढ़ महीने के भीतर दूसरी बार शुक्रवार को तेल गोदाम में आग लगने की घटना सामने आई है। यह घटना शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के ढोंगा रोड स्थित मटोल साहू की ऑयल मिल में हुई है।
गोदाम में बड़ी संख्या में तेल से भरे ड्रम और टीन रखे हुए थे। तेल में आग लगने से लपटें तेजी से फैल गईं। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर विवेक श्रोतिय और एसपी मनोहर मंडलोई मौके पर पहुंच गए।
कलेक्टर और एसपी ने जिले भर की दमकल टीमों को तुरंत मौके पर बुलाया। कोतवाली और देहात थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। आग बुझाने के लिए प्रशासन को गोदाम की दीवारों को तोड़ना पड़ा। गोदाम के आसपास लोगों के मकान भी बने हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले होली के दिन भी खाद्य तेल के गोदाम में भीषण आग लगी थी।
आग बुझाने में लगे 4 घंटे
गणेश ऑयल मिल में सुबह करीब 6:15 बजे आग लगी थी। करीब 7 बजे तक पूरा प्रशासनिक हमला मौके पर पहुंच गया। तहसीलदार अरविंद यादव ने बताया कि सुबह तकरीबन 11:15 तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। आग को पूरी तरह से बुझाने में करीब 4 घंटे का समय लगा।
उन्होंने बताया कि गोदाम में करीब 50 टन तेल का स्टॉक था। काफी तेल सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया गया। गोदाम के मालिक ऋषि साहू ने हादसे में करीब 50 लाख रुपए का नुकसान बताया है। तहसीलदार का कहना है कि गोदाम में कच्चा माल, खाली डिब्बे और खाली बोरियों का बारदाना अलग-अलग जगह रखा था। जिससे आग पर काबू पाने में कम समय लगा।
एसडीएम लोकेंद्र सिंह ने बताया कि आज सुबह जैसे ही ऑयल मिल में आग लगने की सूचना मिली तो तुरंत मौके पर पहुंचे। कलेक्टर और एसपी भी जानकारी लगते ही घटनास्थल पर पहुंच गए। नगर पालिका सीएमओ को तुरंत सूचना देकर आसपास की 7 दमकल टीमों को बुलाया गया। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। ज्यादातर तेल से भरे टीन और ड्रमों को सुरक्षित निकाला गया है। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
गणेश ऑयल के मालिक ऋषि साहू ने बताया कि रात में सब कुछ ठीक था। सुबह करीब 6:15 बजे मिल के कर्मचारियों ने चिल्लाकर आग लगने की जानकारी दी। उनका मकान बगल में ही है। उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। गोदाम के गेट खुलवाए। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों की फिलहाल जानकारी नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शी पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि सुबह करीब 7:00 बजे मौके पर पहुंच गए थे। गोदाम में आग फैलती जा रही थी। उन्होंने मौके पर पहुंच कर गोदाम के पीछे बनी दीवार को तोड़ने की सलाह दी। कलेक्टर और एसपी ने भी इसमें सहमति जताई। दीवार तोड़ने के बाद आग बुझाने में आसानी हुई। उन्होंने बताया कि घटना में करोड़ों रुपए के नुकसान की आशंका है।