मध्य प्रदेश के छतरपुर में शनिवार को तेज आंधी ने तांडव मचाया. खेत में पराली जल रही थी इस दौरान तेज हवाएं चलने लगी, जिससे उठी एक गांव के कई घरों तक फैल गई. गांववालें अपनी जान बचाते हुए यहां-वहां भागने लगे, लेकिन इस बीच एक बुजुर्ग महिला की जिंदा जलने से मौत हो गई. वहीं दो बच्चे इस आग में बुरी तरह से झुलस गए. घटना की जानकारी होते ही फायर बिग्रेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई, उन्होंने काफी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया.
छतरपुर से 100 किलोमीटर दूर स्थित रामतौरिया ग्राम पंचायत से पराली जलाने के दौरान घरों में आग लगने और एक बुजुर्ग महिला के जिंदा जलकर मौत की घटना सामने आई है. चुल्ला गांव के पास खेतों में पराली जलाई जा रही थी कि इस बीच तेज आंधी चलने लगी और यह आग गांव के कई घरों तक पहुंच गई. आग की जानकारी होते ही गांव वाले अपनी बचाते हुए भागने लगे. हालांकि, एक घर में अकेली सो रही बुजुर्ग महिला जब तक यह बात जान पाती तब उसके घर में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया था, जिससे जलने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई.
दो बच्चे झुलसे
इस पूरे हादसे में दो बच्चे भी घायल हुए हैं, जो कि अब खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. आग और आंधी का प्रभाव इतना ज्यादा था कि उसने पड़ोस के गांवों को भी अपनी चपेट में ले लिया था. आग लगने की जानकारी होते ही फायर बिग्रेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी, जिन्होंने करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.मामले की जानकारी देते हुए एसडीएम आयुष जैन ने बताया कि पराली के कारण चुल्ला गांव में लगी आग माजरा चिरोला गांवों तक फैल गई थी.
फसलों को भी नुकसान
इससे माजरा चिरोला में करीब 30 घर और चुल्ला में 10-15 घर प्रभावित हुए. एसडीएम ने बताया कि इस हादसे में गुलाब बाई यादव नाम की बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है, जबकि दो बच्चे घायल हो गए हैं. इससे आसपास के खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. एक ग्रामीण राम स्वरूप यादव ने बताया कि आग लगने से उनकी घरों में रखा गेहूं और कृषि उपकरण पूरी तरह से बर्बाद हो गया है.