अमरपाटन के सरकारी अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं है। ऐसे में यदि भीषण गर्मी में आग लगी तो मरीजों की सुरक्षा सिर्फ राम भरोसे ही है। अस्पताल में आग बुझाने के उपकरण तो हैं ही नहीं साथ ही नाममात्र के लिए रखी जाने वाली रेत की बाल्टी भी यहां नहीं है। अस्पताल में कई महंगी मशीनें है, जो बिजली से चलती हैं। अस्पताल में हर रोज हजारों मरीज ओपीडी में आते हैं और करीब 100 मरीज वॉर्डों में भर्ती हैं, जिनके साथ तीमारदार भी होते हैं। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा निपटने के कदम नहीं उठाए हैं।
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