बिहार के दरभंगा में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. इनसे कड़ी पूछताछ चल रही है. सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दोनों संदिग्धों को पुलिस ने उठाया है. वहीं इस मामले में पटना से भी एक एसटीएफ की टीम दरभंगा के लिए रवाना हो गई है. डीआईजी ने दावा किया है कि 8 घंटे के अंदर इस हत्या को अंजाम देने वाले पकड़े जाएंगे.
दरभंगा के डीआईजी बाबू राम ने जीतन सहनी की हत्या को लेकर बताया था कि वारदात को एक से ज्यादा हत्यारों ने अंजाम दिया है. मेज पर 3 गिलास और कुछ कागज थे जिससे पता चलता है कि एक से अधिक हत्यारे इसमे शामिल हैं.
डीआईजी के इस खुलासे के बाद घर में दो मोटरसाइकिल भी मिले हैं. जिस तीन गिलास को लेकर डीआईजी ने बयान दिया था उसमें एक में पेय पदार्थ भी मिला है जिसकी जांच चल रही है. इस बात की जानकारी बिहार पुलिस के प्रवक्ता और एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने जानकारी दी है.
बता दें कि जीतन सहनी की हत्या के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके बेटे और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी से फोन पर बातचीत की और इस पर दुख जताया है. सीएम ने इस मामले में बिहार के डीजीपी को तत्काल एक्शन लेने के लिए कहा है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मंगलवार की सुबह दरभंगा के पैतृक घर में जीतन साहनी का शव उनके बिस्तर पर खून से सना हुआ मिला था. जीतन साहनी की बेहद निर्ममता से हत्या की गई थी और उनके पेट पर जख्म के गहरे निशाना हैं. उनकी हत्या इतनी धारदार हथियार की गई है कि पेट का आंतरिक हिस्सा (आंत) भी बाहर निकल आया है. हालांकि पुलिस को घटना स्थल से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है.
इतना ही नहीं हत्या के बाद जिस पहले व्यक्ति पवन सहनी ने उनका शव देखा था उसके मुताबिक पीछे का दरवाजा टूटा हुआ था और अलमारी में सामान बिखरा हुआ था. इस मामले में दरभंगा ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा ने कहा कि ऐसा लगता है चोरी की वारदात नहीं हुई है. आईपीएल काम्या मिश्रा के नेतृत्व में आरोपियों को पकड़ने के लिए दरभंगा के एसपी ने एसआईटी का गठन किया है जिसमें तीन अफसर शामिल हैं.