मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक महिला ने रॉयल क्राउन स्पा सेंटर के संचालक और कथित बीजेपी नेता अधिवक्ता आशुतोष पांडे पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. महिला का आरोप है कि नौकरी देने के नाम पर उसके साथ कई बार दैहिक शोषण किया गया और उसे जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने की कोशिश की गई. जब इसका विरोध किया गया तो धमकी देते हुए नौकरी से निकाल दिया गया. पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुनवाई के दौरान शिकायत में अपने साथ बीती घटना के वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
नरसिंहपुर जिले की करेली निवासी पीड़िता ने बताया कि करीब एक साल पहले पति के निधन के बाद वह दो बच्चों के साथ जीवन-यापन करने के लिए जबलपुर आई थी और नौकरी की तलाश कर रही थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात विजय नगर क्षेत्र के एकता चौक स्थित रॉयल क्राउन स्पा सेंटर के संचालक आशुतोष पांडे से हुई. आशुतोष ने बताया कि वह बीजेपी के बड़े पद पर है और वकील भी है. आशुतोष ने उसे 8 हजार रुपये मासिक वेतन पर मैनेजर की नौकरी दे दी. महिला का आरोप है कि नौकरी देने के कुछ दिनों बाद ही आशुतोष ने उसे एक केबिन में बुलाकर पहले मसाज करने को कहा और फिर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए.
पीड़िता ने बताया कि यह सिलसिला यहीं नहीं रुका, बल्कि आशुतोष बार-बार उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाने के लिए मजबूर करता रहा. महिला के मुताबिक आशुतोष ने दिल्ली और अन्य शहरों से आने वाले अपने साथियों के सामने भी उसे पेश किया और अन्य युवतियों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करता है. महिला का कहना है कि स्पा सेंटर में नॉर्थ ईस्ट और दिल्ली से लाई गईं लड़कियों को भी इसी तरह जबरदस्ती धंधे में उतारा जाता है. बड़े-बड़े लोगों तक यह लड़कियां पहुंचाई जाती हैं. पीड़िता का कहना है कि उसे मजबूरी में नौकरी करनी थी लेकिन जो उसके साथ हुआ वो किसी के साथ ना हो. आशुतोष ने उसका जीवन बर्बाद कर दिया.
हिम्मत जुटाकर पहुंची थाने
महिला ने जब इसका विरोध किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया और धमकियां मिलने लगीं. इसके बाद वह हिम्मत जुटाकर जबलपुर एसपी कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंची और पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज कराई. एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और विजयनगर थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. महिला ने बताया कि आशुतोष खुद को बीजेपी का सोशल मीडिया प्रभारी, वकील और ब्राह्मण महासभा का पदाधिकारी बताकर लोगों को प्रभावित करता था. उसका प्रभाव दिखाने के लिए वह अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में पार्टी का पद भी लिखता रहा.
बीजेपी में किसी पद पर नहीं है आरोपी
हालांकि, इस पूरे मामले पर बीजेपी जिला महानगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने स्पष्ट किया है कि आशुतोष पांडे बीजेपी संगठन के किसी भी पद पर नहीं है और न ही उसे संगठन की ओर से कोई दायित्व सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि आशुतोष द्वारा सोशल मीडिया में खुद को बीजेपी पदाधिकारी बताना संगठन को बदनाम करने की कोशिश है. पार्टी इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी और उसके खिलाफ कानूनी कदम भी उठाए जाएंगे. फिलहाल पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. स्पा सेंटर से जुड़े अन्य लोगों की भी भूमिका की जांच की जा रही है. यह मामला जबलपुर में तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है और प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है.