उत्तराखंड के देहरादून के सेंट्रल इंस्टीट्यूट में एक छात्र अपनी साथी रिसर्च छात्राओं के फोटो को मॉर्फ कर अश्लील फोटो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था. वह सोशल मीडिया से छात्राओं के फोटो लेता और फिर उन्हें अश्लील फोटो में बदल देता था. इसके बाद वह फोटो को उन्हीं छात्राओं के पास भेजता था और उन पर छात्र से रात को बात करने के लिए दबाव बनाता था. जब उसके साथी छात्र ने उसका लैपटॉप देखा. तब उसका पर्दाफाश हो गया.
ये मामला सेंट्रल इंस्टीट्यूट से सामने आया. इंस्टिट्यूट में कौशिक मोहन कोली नाम का एक छात्र ये हरकत कर रहा था. पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कौशिक की हरकत तब सबके सामने आई, जब उसके साथी को उसके लैपटॉप में से कुछ अश्लील मटेरियल मिला. उसने अपने बाकी छात्रों को इस बारे में बताया.
पुलिस ने कौशिक पर किया केस दर्ज
सभी छात्रों ने मिलकर फैसला किया कि वह कौशिक की शिकायत इंस्टीट्यूट के अधिकारियों से करेंगे. इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी इंस्टीट्यूट के अधिकारी और साथ ही पुलिस को भी दे दी. इसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और कौशिक पर केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने कौशिक का फोन और लैपटॉप जब्त कर लिया, लेकिन उसने पुलिस के जब्त करने से पहले ही लैपटॉप और फोन में से अश्लील मटेरियल को डिलीट कर दिया था. पुलिस ने उसके लैपटॉप और फोन को फॉरेंसिक टेस्ट के लिए भेज दिया है.
मुंबई का रहने वाला है आरोपी छात्र
आरोपी कौशिक महाराष्ट्र के मुंबई को रहने वाला है. वह वन्यजीव संरक्षण पर रिसर्च कर रहा है. कौशिक पहले छात्राओं को सोशल मीडिया पर फॉलो करता था और फिर वहीं से उनकी फोटो चुरा लेता था. इसके बाद वह अश्लील फोटो पर छात्राओं का चेहरा लगाता था. उसने कई छात्राओं के चेहरे लगाकर फोटो बनाए हुए थे. जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने अश्लील फोटो पर छात्राओं का चेहरा लगाने की बात स्वीकार की और अपना जुर्म कबूल किया.
कई महीनों से कर रहा था ये हरकत
पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई के बाद कौशिक को नोटिस दिया और छोड़ दिया. हालांकि, पुलिस उससे गहन पूछताछ करेगी, जिसके लिए उसे दोबारा बुलाया जाएगा. पुलिस ने बताया कि वह मामले की कार्रवाई में जुट गई है. शुरुआती जांच में सामने आया कि उसकी ये हरकत कई महीनों से चल रही थी. अब पुलिस उस पर एक्शन लेगी. उसके लैपटॉप से अश्लील डाटा की रिकवरी की जा रही है. इस घटना के बाद इंस्टिट्यूट की छात्राओं में भारी आक्रोश है.