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पहले ओडिशा-अब हरियाणा, मोदी के इस मंत्री की रणनीति ने कांग्रेस के पंजे से छीन ली जीत

बीजेपी ने हरियाणा में कांग्रेस के सपने को तोड़ते हुए जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई है. लोकसभा चुनाव में हरियाणा में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी के लिए यह विधानसभा चुनाव नाक की लड़ाई बन चुकी थी. इस चुनाव में पार्टी  ने एक होकर एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया, जिसमें पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का अहम रोल रहा. ये साल में दूसरी बार था, जब केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य चुनावों में बीजेपी की सफलता सुनिश्चित की. इससे पहले उन्हें ओडिशा चुनाव की बागडोर दी गई थी, जहां उन्होंने जून में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल को हराकर बीजेपी की पहली सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.

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पीएम मोदी और अमित शाह ने भरोसेमंद

इस साल की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा में बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण चुनावी जीत का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने राज्य विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. धर्मेंद्र प्रधान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के भरोसेमंद सहयोगी के रूप में माना जाता है. पिछले 10 सालों से वह पार्टी नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका में रहे हैं.

कांग्रेस की हार के खिलाफ बीजेपी ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. बीजेपी ने हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया तो वहीं कांग्रेस की झोली में 37 विधानसभा सीटें आई. 10 साल की सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए बीजेपी ने चुनावों को सफलतापूर्वक मैनेज किया.

गैर-जाट का वोट मिला बीजेपी को मिला

ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के हरियाणा प्रभारी सतीश पुनिया, महासचिव महासचिव फणींद्र नाथ शर्मा, राज्य प्रमुख मोहन लाल बडोली, कार्यवाहक सीएम नायब सिंह सैनी और अन्य पार्टी के साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण अभियान चलाए. ऐसे में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी का कहना है कि गैर-जाट और शहरी मतदाताओं ने उन्हें बड़ी संख्या में वोट दिया है, जिसके कारण हरियाणा में बीजेपी फिर से सत्ता में लौट पाई है.

राजनीतिक विश्लेषक ये मानते हैं कि बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाकर ओबीसी, उच्च जाति और अन्य मतदाताओं का वोट पाने में सफल रही. बीजेपी ने साल 2019 की 40 सीटों और 37 फीसदी वोट शेयर में सुधार करते हुए इस बार 48 सीटें और लगभग 40 फीसदी वोट शेयर हासिल किया.

हरियाणा के किसान, जवान और पहलवान

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव जेटली ने कहा, “हरियाणा के किसान, जवान और पहलवान ने विकास और सुशासन के पार्टी के एजेंडे के लिए बढ़-चढ़कर मतदान किया. अब ये जीत आगामी महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत की दिशा तय करेगी. पार्टी के एक नेता ने कहा कि ये जीत हरियाणा के तीन केंद्रीय मंत्रियों मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत और कृष्ण पाल गुर्जर के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है, जिन्होंने अपने-अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया.

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