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आंंध्र में पैदा हुई पहली सरोगेसी गाय, गिर नस्ल की बछिया को दिया जन्म

हम सरोगेसी के जरिए बच्चों का जन्म देख रहे हैं. हालांकि यह मशहूर हस्तियों के बीच ज्यादा आम हो गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाल ही में सरोगेसी की मदद से एक गाय ने बछिया को जन्म दिया है. आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में एक संकर नस्ल की गाय ने सरोगेट गर्भावस्था के मदद से एक गिर नस्ल की बछिया को जन्म दिया.

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पशु चिकित्सा अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के रामभद्रपुरम मंडल के जगन्नाधापुरम में इसी साल 9 मार्च को गिर नस्ल की गाय के भ्रूण को संकर गाय में डाला गया था. ऐसे में गाय ने 15 दिसंबर को गिर नस्ल की एक स्वस्थ बछिया को जन्म दिया. जानकारी के मुताबिक गाय ने गिर नस्ल के 18 किलो वजन की बछिया को जन्म दिया है.

गाय बनने के बाद देगी 40 लीटर तक दूध

विशेषज्ञों का मानना है कि अब इस बछड़े से जन्मी बछिया गाय बनने के बाद 40 लीटर तक दूध दे सकेगी. पशु चिकित्सा अधिकारी चाहते हैं कि किसान इस सरोगेसी माध्यम से कई नस्लों की गायों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करें. अधिकारियों ने बताया कि एक गाय प्राकृतिक रूप से अपने जीवनकाल में केवल आठ से दस बछड़ों को ही जन्म दे सकती है. हालांकि सरोगेसी के जरिए गाय लगभग 50 से 60 बछड़ों को जन्म दे सकती है.

गिर नस्ल की बछिया का जन्म

जिला पशु विकास निगम के डॉक्टरों ने सरोगेट गर्भधारण से गिर नस्ल की गाय का सफलतापूर्वक जन्म कराया. हाल के दिनों में, कई नस्लों की गायों के उत्पादन में कमी को ध्यान में रखते हुए, पशु चिकित्सा अधिकारियों ने इस सरोगेट प्रणाली के माध्यम से कई नस्ल की गायों का उत्पादन शुरू किया है. हालांकि उत्तर आंध्र में पहली बार सरोगेसी के जरिए संकर गाय से गिर नस्ल की गाय का जन्म हुआ है. पशु चिकित्सा अधिकारियों का सुझाव है कि किसानों को इस सरोगेट प्रणाली के माध्यम से मेलू नस्ल की गायों के उत्पादन के लिए आगे आना चाहिए.

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