साइबर ठगों का शिकार हुए लोग अपने जीवनभर की कमाई गंवा बैठे। मुश्किल है- यह वापस मिले। ठगों ने कंगाल कर जीवनभर का दर्द दिया, यह ऐसा दर्द है- जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। अब अपनों द्वारा दी जा रही जिल्लत इन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है।
बात-बात पर इनका मजाक बनाया जाता है…इन्हें अपनों से सहानुभूति नहीं बल्कि उपहास, जिल्लत मिली। बात-बात पर इनके अपने ही ताना देते हैं…ठगी का शिकार हुए लोगों में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे नौकरीपेशा और व्यापारी हैं। इनके साथ लाखों की ठगी हुई। अब अपनों द्वारा उपहास उड़ाए जाने से ऐसे लोग तनाव में जा रहे हैं।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
डॉक्टर बोले- नाम मत देना, फिर वही सवाल होने लगेंगे
गोला का मंदिर क्षेत्र में रहने वाले डाक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया था। उनके साथ करीब 20 लाख रुपए की ठगी हुई थी। जब संवाददाता ने बात की तो बोले कि अब नाम मत छापना। जब ठगी हुई थी तब लोगों के सवाल चुभने लगे थे। वह ऐसी-ऐसी बातें करते थे। अब नाम छापा जाएगा तो फिर वही सवाल होने लगेंगे।
छात्रा का दर्द, माता-पिता भी अब भरोसा नहीं करते
लश्कर क्षेत्र में रहने वाली 21 वर्षीय छात्रा ने अपना दर्द साझा किया। छात्रा ने बताया कि पार्ट टाइम जाब के नाम पर उसे एक विज्ञापन दिखा था। दिसंबर 2023 में जब उसने दिए गए नंबर पर काल किया तो ऑनलाइन साक्षात्कार लिया गया।
इस दौरान ऑनलाइन नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया। फिर अलग-अलग टास्क दिए गए, शुरुआत में कुछ रुपए मिले। फिर और टास्क दिए गए। मुझसे करीब 30 हजार रुपए ले लिए गए। तब पता लगा कि मेरे साथ ठगी हो गई। इस घटना के बाद से माता-पिता भी भरोसा नहीं करते। सभी कहते हैं- पढ़े लिखे होकर भी ठग गए।