बीजापुर : दिवाली से पहले बीजापुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. बीजापुर पुलिस के सामने 5 लाख के एक इनामी समेत 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों का कहना है कि संगठन में भेदभाव पूर्ण नीति और उपेक्षा के कारण उन्होंने हथियार छोड़ने का मन बनाया.उन्हें समाज की मुख्य धारा में लौटने के लिए नियाद नेल्लानार योजना ने भी काफी ज्यादा प्रभावित किया है.
अब तक 185 नक्सलियों का सरेंडर : पुलिस के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाले पांच लोगों में से सुशीला उर्फ बुज्जी नक्सलियों के गढ़चिरौली डिवीजन के तहत अहेरी क्षेत्र समिति के सदस्य के रूप में सक्रिय थी. महिला पर 5 लाख रुपए का इनाम था.सुशीला महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ अंतरराज्यीय सीमा पर गढ़चिरौली इलाके में 2018 और 2023 के बीच पुलिस टीमों पर गोलीबारी की कम से कम सात घटनाओं में कथित रूप से शामिल थी.
नक्सलियों को दी गई सरकारी सहायता: आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 25,000 रुपये की सहायता दी गई है.सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा.आपको बता दें कि साल 2024 में अब तक कुल 185 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है. वहीं अलग-अलग नक्सली घटनाओं में शामिल 411 नक्सलियों को अरेस्ट किया गया है.
सुकमा जिले में 19 नक्सली हुए हैं अरेस्ट : जगरगुंडा थाना क्षेत्र के तुमालपाड़ इलाके में सर्चिंग के लिए DRG, कोबरा और CRPF की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था. इसी बीच तुमालपाड़ के जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर कुछ संदिग्ध छिपने का प्रयास कर रहे थे. जिन्हें घेराबंदी करके धर दबोचा गया.इनकी संख्या 14 थी.वहीं इससे पहले भेज्जी थाना क्षेत्र से 5 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई थी. भेज्जी थाना से जिला बल, भेज्जी और कोत्ताचेरू से CRPF की संयुक्त टीम को सर्चिंग के लिए 27 अक्टूबर को भंडारपदर क्षेत्र के लिए रवाना किया गया था. जहां घेराबंदी करके 5 नक्सलियों को जवानों ने धर दबोचा. जिनमें तीन नक्सलियों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.