दतिया में जमीन खरीदने के नाम पर 8 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने कोरोना काल में मृत महिला को जिंदा दिखाकर उसके नाम से जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा दी और रकम हड़प लिए। पीड़ित ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
रामनगर बुंदेला कॉलोनी निवासी अमित तिवारी ने बताया कि कुछ महीने पहले संजय मिश्रा अपने एक साथी के साथ उनके पास आया। उसने चिरुला गांव में अपने रिश्तेदार की जमीन बेचने की बात कही और रजिस्ट्री के लिए जरूरी दस्तावेज दिखाए। आठ लाख रुपए में सौदा तय हुआ।
दो लोगों की मौजूदगी में दिए आठ लाख रुपए तय तारीख पर संजय मिश्रा अपनी पत्नी अंजू मिश्रा, झांसी निवासी हरीश चौबे और पांडे का बाग निवासी रीना तिवारी को लेकर रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचा। वहां आभा उर्फ माया चौबे के नाम से जमीन की रजिस्ट्री करा दी गई। अमित तिवारी ने बताया कि ब्रजेन्द्र तिवारी और शिवओम तिवारी की मौजूदगी में आठ लाख रुपए की नकद राशि भी दी गई।
कोरोना काल में हो चुकी महिला की मौत बाद में जब अमित जमीन देखने पहुंचे तो वहां संजय मिश्रा का भतीजा मोनू उर्फ मनोज मिला। उसने बताया कि आभा चौबे की मौत 2021 में कोरोना काल में हो चुकी है। जांच में आभा चौबे का मृत्यु प्रमाणपत्र भी मिला। पीड़ित का आरोप है कि संजय मिश्रा ने अपनी पत्नी अंजू को आभा चौबे बनाकर खड़ा किया और रीना तिवारी व हरीश चौबे ने गवाह बनकर पूरे षड्यंत्र को अंजाम दिया।
मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि अमित की शिकायत पर संजय मिश्रा, अंजू मिश्रा, रीना तिवारी, हरीश चौबे और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।