तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पिछले दो दिनों के अंदर हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. तेलंगाना के खम्मम जिले में 110 गांव जलमग्न हो गए हैं, जबकि आंध्र प्रदेश में 17 हजार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
बाढ़ बारिश के कारण तेलंगाना में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की जान जा चुकी है. इन हालातों के बीच आंध्र-तेलंगाना सीमा के पास गरिकापाडु में पालेरू पुल को भारी नुकसान पहुंचा है. पुल का एक हिस्सा बहने के कारण नेशनल हाइवे पर यातायात बाधित हो गया है, जिसके कारण कई लागों को सड़क पर सोकर रात बितानी पड़ रही है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि विजयवाड़ा शहर के कई हिस्सों में बाढ़ आने के कारण 2.7 लाख से ज्यादा लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नायडू ने कहा कि रविवार रात तक प्रकाशम बैराज से 9.7 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी छोड़ा गया. इस तरह की बाढ़ पिछली बार 1998 में आई थी. तब प्रकाशम बैराज से 9.24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इस बार छोड़ा गया पानी 50 हजार क्यूसेक ज्यादा है.
#WATCH | Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu inspected the flood situation in Vijayawada. pic.twitter.com/ofPtrdK1J5
— ANI (@ANI) September 2, 2024
तेलंगाना के कई हिस्सों में आई विनाशकारी बाढ़ के बीच एक पीड़ित परिवार के रेस्क्यू की कहानी सामने आई है. खम्मम में एक परिवार को स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू किया है. खम्मम की निवासी ने बताया, ‘रिश्तेदारों ने तैराकों की मदद से खम्मम में फंसे हमारे परिवार को बचाया. पुलिस-प्रशासन में से कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं आया.
कई राज्यों के लिए येलो अलर्ट
IMD के मुताबिक तेलंगाना, विदर्भ के अलावा तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, कर्नाटक और मराठवाड़ा में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है. इसके साथ ही केरल, तटीय महाराष्ट्र और मध्य महाराष्ट्र के क्षेत्रों में भी भारी वर्षा हो सकती है. इसे लेकर मौसम विभाग की तरफ से येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़, पू्र्वी राजस्थान, गुजरात में भी कुछ जगहों पर आज भारी बारिश हो सकती है.