महाकुंभ अब अपने समापन की ओर अग्रसर है और ज्यादातर श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह अब काशी की ओर है. महाशिवरात्रि से पहले वाराणसी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है. पिछले एक हफ्ते में करीब 45 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि के लिए मंदिर प्रशासन पूरी तरह तैयार है. चूंकि हमारा अनुमान है कि महाशिवरात्रि पर बीस लाख के आस पास श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी और इसी संख्या के हिसाब से ही हमारी तैयारी है.
महाकुंभ से श्रद्धालुओं का जो पलट प्रवाह काशी की तरफ हो रहा है उसी का ये असर है कि पिछले एक हफ्ते में करीब 45 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किएं. इस बार महाशिवरात्रि पर एक नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि करीब बीस लाख श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे. इसी आंकड़े को ध्यान में रखकर मंदिर प्रशासन तैयारी कर रहा है.
क्राउड मैनेजमेंट की तैयारी में लगा प्रशासन
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने टीवी 9 डिजिटल को बताया कि इस बार श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या दर्शन के लिए तो पहुंचेगी ही महाकुंभ की वजह से नागा साधू -सन्यासी और धर्माचार्य भी बाबा के दरबार में पहुंचेंगे. और जब ये नागा साधू -सन्यासी और धर्माचार्य दर्शन के लिए पहुंचेंगे तो करीब तीन घंटे तक आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन बंद रहेंगे. उस दौरान क्राउड मैनेजमेंट एक बड़ी चुनौती रहेगी.
45 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
महाशिवरात्रि पर सभी प्रकार के पास और वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे साथ ही स्पर्श दर्शन पर भी रोक रहेगी. मंगला आरती के बाद से दर्शन करने का सिलसिला, जो शुरू होगा वो अगले दिन भोग आरती तक अनवरत चलता रहेगा. 32 घंटे लगातार बाबा विश्वनाथ दर्शन देते रहेंगे. पिछले एक हफ्ते में करीब 45 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं.