दिल्ली और आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से सोमवार को करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके चलते यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। प्रशासन ने दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में अलर्ट जारी कर दिया है।
जानकारी के अनुसार भारी बारिश के कारण यमुनानगर से बैराज में पानी की मात्रा बढ़ गई थी, जिसे नियंत्रित करने के लिए गेट खोल दिए गए। जैसे ही यह पानी दिल्ली पहुंचेगा, यमुना का स्तर और ऊपर जाएगा। अभी नदी खतरे के निशान के पास बह रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा है।
दिल्ली सरकार और जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीमों को सतर्क कर दिया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। कई स्थानों पर राहत शिविर भी बनाए गए हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कहा है कि अगले 24 से 48 घंटे स्थिति को लेकर बेहद अहम होंगे।
नोएडा और गाजियाबाद प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है। यमुना किनारे बसे गांवों और बस्तियों में लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी आमतौर पर 48 से 72 घंटे में दिल्ली पहुंचता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दो दिनों में राजधानी में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश का सिलसिला जारी रहा तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
फिलहाल सभी विभाग हाई अलर्ट पर हैं और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें।