नेस्ले (Nestle) के बेबी फूड्स प्रोड्क्ट्स में एक्स्ट्रा शुगर मिलने की बात सामने आने के बाद सरकार ने इसकी जांच शुरू कर दी है। खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI ने गुरुवार को कहा कि वह नेस्ले के सेरेलेक बेबी फूड के सैंपल कलेक्ट कर रही है। FSSAI के CEO जी कमला वर्धन राव ने बताया कि इस प्रक्रिया को पूरा करने में 15-20 दिन लगेंगे।
दरअसल कुछ दिन पहले आई स्विट्जरलैंड की पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क (IBFAN) ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि नेस्ले भारत सहित एशिया और अफ्रीका के देशों में बिकने वाले बच्चों के दूध और सेरेलेक जैसे फूड प्रोडक्ट्स में अतिरिक्त शक्कर और शहद मिलाती है।
इन्हें नहीं करना चाहिए चीनी का सेवन-
बच्चे जिनकी उम्र छह महीने से कम है, उन्हें चीनी का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। चाहे वह किसी भी चीज में मिली हो या फिर उन्हें खिलाने वाले प्रोडक्ट्स में, क्योंकि इतनी छोटी उम्र में बच्चों का पेट चीनी को पूरी तरह से पचाने की क्षमता नहीं होती है। उनको मां का दूध चाहिए होता है और बच्चों को पहले दो तीन साल तक ज़्यादा चीनी वाले खाने से दूर ही रखना चाहिए जैसे की बहार का जूस हो या फिर बेबी फ़ूड प्रोडक्ट्स हो जिनमे अधिक मात्रा में चीनी होती है।
बच्चों के लिए चीनी इसलिए भी नुकसानदायक है क्योंकि-
1. मोटापा: बच्चे ज्यादा चीनी वाले खाने से मोटे हो सकते हैं। यह मोटापा की समस्या को बढ़ा सकता है, जिससे उन्हें और भी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि दिल की बीमारियां, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप आदि।
2. डायबिटीज: बच्चों को अधिक चीनी का सेवन करने से प्री-डायबिटिक या डायबिटिक होने का खतरा हो सकता है। यह बच्चों की सेहत को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें बड़े होने पर और भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि दिल की बीमारियां और शरीर के अन्य अंगों के नुकसान।
3. दांतों की कमजोरी: ज्यादा चीनी खाने से बच्चों के दांत कमजोर हो सकते हैं और इससे कैविटी हो सकती है। इससे उनके दांतों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है और उन्हें दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, बच्चों को ज्यादा चीनी से बचाना जरूरी है और उन्हें स्वस्थ दांतों के लिए सही खाना देना चाहिए।
4. इम्यून सिस्टम की कमजोरी: अधिक शक्कर का सेवन बच्चों की इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है, जिससे वे इन्फेक्शन का शिकार हो सकते हैं।
इन सभी बुरी चीज़ो के साथ, अधिक शक्कर का सेवन बच्चों की एनर्जी को खत्म कर सकता है और उन्हें ध्यान देने में परेशानी हो सकती है। इसलिए, बच्चों को सेहतमंद रहने के लिए अधिक शक्कर से बचने के लिए, उन्हें स्वस्थ और संतुलित खाना खाना चाहिए. सेरेलैक और अन्य पैकेट वाले खाने के लेबल पर ध्यान देना और शक्कर की मात्रा को चेक करना चाहिए।