इटावा में खाद्य सुरक्षा विभाग का छापा: 300 किलो लिक्विड ग्लूकोज और 20 किलो अस्वच्छ मिल्क केक जब्त

इटावा: उत्तर प्रदेश के आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आदेशों के पालन में, इटावा में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया.

इस अभियान का नेतृत्व सहायक आयुक्त (खाद्य) राजेश द्विवेदी ने किया. टीम ने दो प्रमुख मिठाई कारखानों पर छापा मारकर खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले तत्वों को जब्त किया और आवश्यक कार्रवाई की.

पहली छापेमारी मड़ैया शिवनारायन शिवाजी पुरम में स्थित संजीव जैन के मिल्क केक बनाने वाले कारखाने पर की गई। निरीक्षण के दौरान, टीम को कई अनियमितताएं मिलीं। जांच के लिए, खोया के दो नमूने, मिल्क केक का एक नमूना, और लिक्विड ग्लूकोज का एक नमूना लिया गया. टीम ने पाया कि ड्रमों में लगभग 300 किलो लिक्विड ग्लूकोज रखा हुआ था, जिसकी अनुमानित कीमत 18,000 रुपये है. इस पूरे स्टॉक को मौके पर ही सीज कर दिया गया.

इसके बाद, टीम ने अपना अभियान जारी रखा और पचदेवरा गांव में स्थित एक अन्य मिठाई कारखाने पर छापा मारा। इस कारखाने में भी कई खामियां पाई गईं। टीम ने जांच के लिए मिश्रित दूध, मिल्क केक और माल्टोज कॉर्न सिरप के नमूने लिए। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि लगभग 20 किलो मिल्क केक बहुत ही अस्वच्छ और अस्वस्थकर परिस्थितियों में पाया गया, जिसकी कीमत 5,000 रुपये थी। जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, इस मिल्क केक को तत्काल मौके पर ही नष्ट कर दिया गया.

दोनों ही कारखानों के मालिकों को खाद्य सुरक्षा मानकों में सुधार करने के लिए धारा 32 के तहत नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इन नोटिसों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि उन्हें किन-किन कमियों को दूर करना है और कैसे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना है.

छापेमारी के दौरान लिए गए सभी नमूनों को आगे की वैज्ञानिक जांच के लिए खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला भेजा गया है। इन नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद, संबंधित खाद्य कारोबारियों के खिलाफ कानून के अनुसार आगे की सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इस अभियान में खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश सकारिया, संदीप सिंह, रविभान सिंह, मृत्युंजय कुमार, गायत्री, कपिल गुप्ता और सुभाष सोनकर शामिल थे, जिन्होंने पूरी मुस्तैदी से अपनी जिम्मेदारी निभाई.

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