भारत-पाक सीमा पर पहली बार BSF तैनात करेगा ड्रोन स्क्वाड्रन, ऑपरेशन सिंदूर के बाद चौकसी और तेज

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर पहली बार ड्रोन स्क्वाड्रन तैनात करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस स्क्वाड्रन में निगरानी, टोही और हमले में सक्षम छोटे और बड़े दोनों प्रकार के ड्रोन शामिल होंगे, जिन्हें ऑपरेशन या युद्ध जैसी स्थिति में तुरंत लॉन्च किया जा सकेगा। यह निर्णय ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा सुरक्षा को और सशक्त करने के उद्देश्य से लिया गया है।

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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ड्रोन स्क्वाड्रन चुनिंदा सीमा चौकियों (BoPs) पर तैनात होगा और इसे चंडीगढ़ स्थित बीएसएफ पश्चिमी कमान मुख्यालय से नियंत्रित किया जाएगा। BSF को पाकिस्तान के साथ लगी करीब 2,000 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक फैली हुई है।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में स्वार्म ड्रोन के माध्यम से भारतीय ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके जवाब में BSF ने सेना के साथ मिलकर 118 से अधिक पाकिस्तानी चौकियां तबाह की थीं। इन घटनाओं से सबक लेते हुए BSF अब ड्रोन हमलों को नाकाम करने के लिए पूरी तैयारी में जुट गई है।

ड्रोन स्क्वाड्रन के लिए नए उपकरण खरीदे जा रहे हैं और हर चौकी पर 2-3 विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों की टीम तैनात की जाएगी। इसके साथ ही बीएसएफ अपनी सीमा चौकियों और बंकरों को भी मजबूत बना रही है। चौकियों की छत और दीवारों को मजबूत शीट्स से ढंका जा रहा है ताकि ड्रोन हमलों से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

कुछ चुनिंदा चौकियों पर काउंटर-ड्रोन तकनीक भी लगाने की योजना है ताकि सीमा पार से आने वाले हथियारबंद ड्रोन को हवा में ही नष्ट किया जा सके। BSF का यह कदम भारत-पाक सीमा पर भविष्य के किसी भी खतरे से निपटने की दिशा में एक बड़ा और रणनीतिक प्रयास माना जा रहा है।

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