भोपाल। मध्यप्रदेश में महिला सशक्तीकरण के लिए पर्यटन विकास निगम ने एक अनूठी पहल की है. पचमढ़ी में महिला पर्यटकों को रुकने के लिए सुरक्षित जगह उपलब्ध कराने के लिए एमपी टूरिज्म ने अपने एक पूरे होटल के संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपने का ऐतिहासिक फैसला किया है. पर्यटन विकास निगम के अफसरों का कहना है कि इससे पचमढ़ी में महिला पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें ठहरने के लिए सुरक्षित स्थान मिल सकेगा.
अन्य राज्यों में भी यही प्रयोग लागू करने की तैयारी
मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अफसरों के मुताबिक पचमढ़ी में उनकी ये पहल सफल होने के बाद इसे अन्य राज्यों के होटलों में भी लागू किया जाएगा. जाहिर है एपी टूरिज्म के इस कदम से पर्यटन उद्योग में महिलाओं को रोजगार मिलने की संभावना ज्यादा बढ़ जाएगी. इसी के तहत पचमढ़ी में एमपी टूरिज्म के होटल अमलतास का पूरा हिसाब-किताब महिलाएं देखेंगी. यहां पर नीचे से ऊपर तक सभी कर्मचारी महिलाएं होंगी. एमपी पर्यटन विकास निगम ऐसा करके ये संदेश देना चाहता है कि मध्यप्रदेश महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितना संवेदनशील है.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में फुली ट्रेंड गाइड कार्यरत
पचमढ़ी के साथ ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में फुली ट्रेंड महिलाएं गाइड के रूप में सफलतापूर्वक काम कर रही हैं. महिलाएं सफारी वाहनों का संचालन भी कर रही हैं. इसी प्रकार खरगोन के महेश्वर में भी पर्यटन बोर्ड ने अनूठी पहल करके नौका संचालन का जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी है. महिलाओं को गाइड भी बनाया गया है. निगम की कोशिश है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराया जाए. पर्यटन विकास निगम के अनुसार मध्यप्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों में लगभग 40% महिलाएं होती हैं. पचमढ़ी में ये देश का पहला होटल होगा, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा चलाया जाएगा. इसका संचालन करीब 25 महिलाओं के हाथ में सौपा जाएगा.