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अमेरिका के इतिहास में पहली बार: व्हाइट हाउस में दाखिल होगा एक दोषी राष्ट्रपति..

डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में दूसरी बार राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए हैं. 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद वो अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे, लेकिन इस बार अमेरिकी इतिहास में उनके साथ एक और बड़ी बात जुड़ने जा रही है. न्यूयार्क की अदालत के फैसले के बाद डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी केस में दोषी करार दिया गया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में भी उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया.

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ट्रंप अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिन्हें क्रिमिनल केस में दोषी ठहराया गया है. फिलहाल, ट्रंप को बिना शर्त रिहाई दे दी गई है और उनके खिलाफ सजा का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप पर इस केस में दोष सिद्ध रहेगा. जज युआन मर्चन ने इस मामले में सुनवाई की है.

ट्रंप ने इस केस में न्यूयॉर्क कोर्ट के फैसले से राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के सामने अपील की थी, लेकिन उन्हें यहां से भी कोई राहत नहीं मिली. सुप्रीम कोर्ट ने कहा ट्रंप की अपील को 5-4 के फैसले से खारिज कर दिया. हालांकि, न्यूयॉर्क की कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाने के आदेश दिए थे. ट्रंप को हश मनी रकम का रिकॉर्ड छिपाने के मामले में अधिकतम 4 साल तक की सजा सुनाई जा सकती थी. इसके अलावा ट्रंप पर 3 और केस चल रहे थे, जिन्हें अनिश्चित काल तक के लिए बंद किया जा चुका है.

खुद को माफी रखने की ताकत

ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद खुद को माफी देने की ताकत मिल जाएगी. अगर वो चाहें तो खुद को माफी दे सकते हैं. अमेरिका के संविधान में राष्ट्रपति के पास ये अधिकार होता है. हालांकि, अमेरिकी इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. अगर ट्रंप खुद को माफी देते हैं तो वो ऐसा करने वाले पहले राष्ट्रपति होंगें.

दोषी सिद्ध होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप अपने पास गन नहीं रख पाएंगे. न्यूयॉर्क के कानून के मुताबिक, उन्हें अपना DNA टेस्ट कराना पड़ेगा. डीएनए की प्रोफाइलिंग पूरी होने के बाद उनका नाम क्रिमिनल रिकॉर्ड में रखा जाएगा.

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