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“अयोध्या राम मंदिर में पहली बार दशहरे पर रामलला का होगा राज्याभिषेक, 56 भोग और शस्त्र पूजा से गूंजेगा परिसर”

अयोध्या : राम मंदिर में इस बार का दशहरा ऐतिहासिक और विशेष होने जा रहा है.विजयदशमी पर्व पर पहली बार संत-महंतों की उपस्थिति में भगवान श्रीरामलला का राज्याभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा.इसके पहले रामलला व प्रथम तल पर विराजित राजा राम का विविध औषधीय द्रव्यों से अभिषेक और विधिपूर्वक पूजन किया जाएगा.

मंदिर में इस अवसर पर विशेष श्रृंगार किया जाएगा और 56 भोग अर्पित किए जाएंगे.इसके बाद दोपहर 12 बजे राजभोग आरती उतारी जाएगी.परंपरा के निर्वहन में इस बार राम मंदिर के परकोटे में प्रतिष्ठित देवी-देवताओं के अस्त्र-शस्त्रों की भी पहली बार पूजा की जाएगी.

राम मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि विजयदशमी पर्व सत्य पर असत्य की विजय का प्रतीक है.प्रभु श्रीराम ने समाज को यह संदेश दिया कि नवरात्र में शक्ति अर्जन कर उसका लोक कल्याण के लिए उपयोग किया जाए.

इसी के साथ शारदीय नवरात्र पर राम मंदिर और दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना, श्रीरामचरितमानस का नवाह्न पारायण और दुर्गा सप्तशती पाठ चल रहा है, जिसकी पूर्णाहुति विजयदशमी पर कलश विसर्जन के साथ होगी.

सुरक्षा का भी खास इंतजाम – बाउंड्री वाल निर्माण शुरू

महाष्टमी के अवसर पर राम मंदिर परिसर की दक्षिण-पूर्व दिशा में 3600 मीटर लंबी बाउंड्री वाल के निर्माण का भूमि पूजन किया गया.इससे पहले उत्तर-पश्चिम की दीवार का शिलान्यास 27 सितम्बर को किया जा चुका है.

करीब 42 करोड़ की लागत से बन रही यह बाउंड्री वाल सेंसरयुक्त और हाईटेक सुरक्षा उपकरणों से लैस होगी.पूरी दीवार पर करीब दो दर्जन वॉच टावर भी बनाए जाएंगे.

इस भूमि पूजन में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय, निर्माण प्रभारी गोपाल राव, ईआईएल के वैज्ञानिक और अन्य संत-महंत मौजूद रहे.

इस बार अयोध्या में दशहरा सिर्फ पर्व नहीं, बल्कि रामलला के राजतिलक और आधुनिक सुरक्षा की गवाही देने वाला ऐतिहासिक क्षण बनने जा रहा है.

 

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