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हिंदुओं पर हमले के बीच 9 दिसंबर को बांग्लादेश जाएंगे विदेश सचिव, क्या थमेगा अल्पसंख्यकों पर अत्याचार?

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि विदेश सचिव 9 दिसंबर को एफओसी (फॉरेन ऑफिस कन्सलटेशन) के लिए बांग्लादेश जाने वाले हैं. मंत्रालय ने बताया कि यह बांग्लादेश पक्ष के साथ हमारी संरचित बातचीत का हिस्सा है. मंत्रालय ने कहा कि सीरिया में हमारा मिशन भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर उनके साथ संपर्क में है.

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बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर मंत्रालय ने कहा, ‘हम इस मुद्दे पर पहले भी बात कर चुके हैं. हम अपनी अपेक्षा को दोहराना चाहते हैं कि बांग्लादेश में चल रही प्रासंगिक कानूनी प्रक्रियाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से क्रियान्वित किया जाए, जिससे संबंधित व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित हो सके.’

धार्मिक गुरुओं से मिले मोहम्मद यूनुस

बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हमलों के बीच देश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने धार्मिक गुरुओं से मुलाकात की. उन्होंने धार्मिक गुरुओं से मुलाकात कर देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की सटीक जानकारी मांगी. मोहम्मद यूनुस ने धार्मिक गुरुओं से मुलाकात कर कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमले का मामला फिर सामने आया है. लेकिन वास्तविकता और विदेशी मीडिया में छप रही खबरों में जमीन-आसमान का अंतर है.

‘सीरिया पर हमारी करीबी नजर’

विदेश मंत्रालय ने सीरिया को लेकर कहा, ‘हमने सीरिया के उत्तर में लड़ाई में हालिया वृद्धि को देखा है. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम कर रहे हैं. हमारा मिशन हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए उनके साथ निकट संपर्क में है.’

सीरिया में हमा पर कब्जे के लिए विद्रोही लड़ाके पिछले 3 दिनों से सेना के साथ लड़ रहे थे. सेना ने आरोप लगाया कि विद्रोहियों ने डिफेंस लाइन को तोड़ने के लिए आत्मघाती हमले किए थे. इस दौरान विद्रोहियों से लड़ते हुए कई सैनिक मारे गए हैं. हमा सीरिया का चौथा सबसे बड़ा शहर है.

‘अगले साल भारत आएंगे पुतिन’

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हमने रूस के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन को लेकर चर्चा की है. पिछला वार्षिक शिखर सम्मेलन मास्को में आयोजित किया गया था, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मास्को की यात्रा की थी. अगला आयोजन अगले साल भारत में होने वाला है जिसकी तारीखें राजनयिक चैनलों के माध्यम से तय की जाएंगी.’

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए दो दिन (8-9 जुलाई) के रूस दौरे पर मॉस्को गए थे. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल भारत का दौरा करेंगे. क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने इस संबंध में जानकारी दी थी और बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को भारत आने का निमंत्रण भेजा है.

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