इंदौर में ट्रक हादसे को पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने षड्यंत्र बताया है। उन्होंने इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर पर भी सवाल उठाए। पूर्व मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से प्रार्थना करेंगी। इस मामले में जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई होना चाहिए। साथ ही ट्रक ड्राइवर और मालिक को मृत्युदंड मिलना चाहिए।
बता दें कि इंदौर में सोमवार (15 सितंबर) की शाम को एयरपोर्ट रोड पर एक ट्रक ने रामचंद्र नगर चौराहे से लेकर बड़ा गणपति चौराहे तक करीब 25 लोगों को कुचल दिया था। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। जबकि करीब 18 लोग घायल हो गए थे।
उषा ठाकुर बोलीं- कोई इतना क्रूर और लापरवाह कैसे हो सकता है? बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर का कहना है कि कोई इतना क्रूर और लापरवाह कैसे हो सकता है। एक आदमी गाड़ी में फंस गया है, आग लग गई है और चालक को होश ही नहीं है। कई बार मन में शक होता है कि यह कोई सुनियोजित षड्यंत्र तो नहीं है। क्योंकि ऐसी घटनाएं पूरे विश्व में कम से कम 8 से 9 बार हुई हैं।
उषा ठाकुर ने कहा कि इस मामले में जो साधारण धाराएं लगी हैं, उस पर मेरी घोर आपत्ति है। मैं एसीएस महोदय और मुख्यमंत्री से इसके लिए प्रार्थना करने वाली हूं। इस ट्रक के मालिक पर भी एफआईआर दर्ज होना चाहिए।
वहीं, ऐसे ड्राइवर जिन पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं और नशा करते हैं, उन सबके लाइसेंस रद्द होना चाहिए। क्योंकि यह तो सीधे चलते-फिरते यमदूत बनकर संदेश लेकर आते हैं। कोई नियंत्रण ही नहीं है। यह घटना बहुत ही हृदय विदारक है। जिम्मेदारों पर भी सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
आरोपी ड्राइवर और हेल्पर पर एक और केस इंदौर एयरपोर्ट रोड पर तीन लोगों की मौत और करीब डेढ़ दर्जन लोगों को घायल करने वाले शराबी ट्रक ड्राइवर और उसके हेल्पर के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ है। बुधवार देर रात को यह एफआईआर जीवन परिहार नाम के पुलिसकर्मी की शिकायत पर दर्ज की गई है।
शिकायत में पुलिसकर्मी ने बताया कि हादसे के दौरान उसने ट्रक रोकने की कोशिश की थी, लेकिन आरोपी ड्राइवर ने जानबूझकर ट्रक उसकी ओर चढ़ाने की कोशिश की और उसकी बाइक को टक्कर मार दी। इस पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा और जानलेवा हमले की धाराओं में केस दर्ज किया है।
शिकायत करने वाले पुलिसकर्मी ने यह बताया पुलिस जवान जीवन परिहार ने अपनी शिकायत में बताया कि 15 सितंबर की शाम वह अपने साथी मनोज सिसौदिया के साथ कालानी नगर बीट पर ड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान शनि धाम मंदिर पर वीआईपी ड्यूटी होने के कारण वे ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे थे। तभी कालानी नगर चौराहे से तेज रफ्तार में आया ट्रक कई वाहनों को टक्कर मारते हुए भागने लगा।
जीवन ने बताया कि उसने सरकारी बाइक से ट्रक का पीछा किया और उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने ट्रक उनकी बाइक से टकरा दी। पीछा करते-करते ट्रक ने एक बाइक सवार को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी कई और वाहनों को टक्कर मारते हुए बड़े गणपति चौराहे की ओर भागा।