बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मौर्यलोक परिसर में 33 जिलों में 1300 विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इन योजनाओं की कुल लागत लगभग 769.63 करोड़ रुपये है और यह सभी मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के तहत शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कामों को तेजी से और प्रभावी ढंग से पूरा करने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर पटना नगर निगम क्षेत्र में पथों के पुनर्निर्माण और पुनर्स्थापन के लिए 124.44 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इसके अलावा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 69.97 करोड़ रुपये की लागत से छह यांत्रिक कचरा स्थानांतरण स्टेशनों का निर्माण भी शुरू किया गया।
मौर्यलोक परिसर में मुख्यमंत्री ने पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सुविधाओं का उद्घाटन किया और नव निर्मित मौर्य मंडपम का निरीक्षण किया। इस दौरान 22 नगर प्रबंधकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने समग्र शहरी विकास योजना पर आधारित पुस्तिका का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता सेवा अभियान के तहत स्वच्छता एक्सप्रेस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। स्वच्छताकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास होना खुशी की बात है और इन कार्यों को तेजी से और बेहतर ढंग से पूरा किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया, उपमहापौर रेशमी चंद्रवंशी, सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शिलान्यास से न केवल नागरिकों के लिए बेहतर बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित होंगी, बल्कि शहरों में स्मार्ट सिटी और स्वच्छता परियोजनाओं को भी गति मिलेगी। यह कदम राज्य के शहरी क्षेत्रों के समग्र विकास और नागरिकों की जीवन गुणवत्ता सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।