खजुराहो: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 44 हजार 605 करोड़ की लागत वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना का खजुराहो में शिलान्यास किया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 100वें जन्मदिन के साथ क्रिसमस के बड़े दिन के मौके पर ये बड़ी सौगात बुंदेलखंड को मिली है. मध्य प्रदेश के 10 और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों समेत दोनों राज्यों की करीब 65 लाख की आबादी तक इस परियोजना के जरिए पीने का पानी पहुंचेगा. पीएम मोदी ने शिलान्यास कार्यक्रम में बुंदेलखंडी में जनता का अभिवादन किया.
पीएम मोदी के भाषण का एक बड़ा हिस्सा बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम भी रहा. उन्होंने बाबा साहब का जिक्र करते हुए कहा कि “देश के आजादी के बाद जल शक्ति के सामर्थ्य के लिए जिसने सोचा. इस दिशा में जिसने काम किया वो नाम बाबा साहेब अंबेडकर का था, लेकिन कांग्रेस ने कभी उनको इसका क्रेडिट नहीं दिया. उन्होंने कहा कि आज जो केन्द्रीय जल आयोग है. उसके पीछे भी डॉ बाबा साहब अंबेडकर के ही प्रयास थे. उन्होंने का पंडित जवाहर लाल नेहरू का नाम लिए बगैर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ही व्यक्ति को क्रेडिट देने के नशे में सच्चे सेवक को भुला दिया गया.”
पीएम के भाषण के बड़े हिस्से में अम्बेडकर
केन बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के मौके पर पीएम मोदी ने भाषण का एक अहम हिस्सा अंबेडकर को समर्पित किया. उन्होंने उत्सुकता जगाते हुए अपनी बात शुरु की और कहा कि “आपको आश्चर्य होगा, अगर जल शक्ति और पानी के सामर्थ्य के लिए देश में आजादी के बाद किसी ने सोचा और काम किया था, तो वह अंबेडकर हैं. उन्होंने कहा कि जो सच्चाई थी, उसे दबाकर रखा गया.
पीएम मोदी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू का नाम लिए बगैर कहा कि “एक ही व्यक्ति को क्रेडिट देने में सच्चे सेवक को भुला दिया गया. पीएम मदी ने कहा कि मैं आपको बताता हूं, देश आजाद होने के बाद भारतीय जलशक्ति पानी के लिए बांधों की संरचना और जो बड़ी नदी घाटी परियोजना बनी है. इन परियोजनाओं के पीछे एक महापुरुष बाबा साहेब अम्बेडकर का विजन था. पीएम मोदी ने कहा कि आज जो केन्द्रीय जल आयोग है. इसके पीछे भी डॉ अम्बेडकर के ही प्रयास थे. पीएम ने कहा कि लेकिन कांग्रेस ने कभी जल संरक्षण के प्रयासों के लिए बाबा साहेब को श्रेय नहीं दिया.”
कांग्रेस की सरकारों में केवल फीते कटे
पीएम मोदी ने कहा “एक बार सौ दो सौ विकास के जनहित के गुड गर्वनेस के पैरामीटर निकाले जाएं, फिर जरा हिसाब लगाएं कि जहां कांग्रेस की सरकारें पहुंची वहां क्या काम होता है. उन्होंने कांग्रेस के साथ लेफ्ट का भी जिक्र किया और परिवारवादी पार्टी का उदाहरण देते हुए कहा कि देखा जाए कि इनकी सरकारों और बीजेपी की सरकार में क्या काम होता है, क्या परिणाम होते हैं. उन्होंने कहा मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जनहित के कार्यों में पुराने सारे रिकार्ड तोड़ के बीजेपी की सरकारों ने सफलता पाई है.
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अतीत में कांग्रेस की सरकारें केवल घोषणाएं करने में माहिर थी. घोषणाएं करना फीता काटना और दिया जलाना. अखबार में तस्वीर छपवा लेने के साथ इनका काम वही पूरा हो जाता था. पीएम ने कहा कि 35-40 साल पुराने शिलान्यास जहां हुए वहां भी एक इंच काम नहीं हुआ. आज सात दशक बाद भी देश के अनेक राज्यों के बीच पानी के बीच कुछ ना कुछ विवाद है. जब पंचायत से पार्लियामेंट तक कांग्रेस का शासन था, ये विवाद आसानी से सुलझ सकते थे, लेकिन कांग्रेस की नीयत खराब थी, इसलिए उसने ठोस प्रयास नहीं किया.”
मोदी बोले अटल जी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को सिखाया
अटलजी के जन्म के 100 जन्मदिवस के मौके पर पीएम ने कहा कि “ये दिन बड़ा प्रेरणादायी है. आज भारत रत्न अटलजी के जन्म के 100 साल हो रहे हैं. अटलजी की जयंती का ये पर्व सुशासन सुसेवा की हमारी प्रेरणा का भी पर्व है. थोड़ी देर पहले अटल जी की स्मृति डाक टिकट स्मारक सिक्का जारी कर रहा था, अनेक पुरानी बातें मन में चल रही थी. पीएम ने कहा कि बरसों बरसों तक उन्होंने मुझ जैसे अनेक कार्यकर्ताओं को सिखाया और संस्कारित किया है. देश के विकास में अटल जी का योगदान हमेशा हमारे स्मृति पटल पर अमिट रहेगा.”
बुंदेलखड के लिए बड़ा दिन कैसे, केन बेतवा से कहां क्या बदलेगा
बुंदेलखंड के लिए वाकई बुधवार का दिन बड़ा दिन है. एमपी और यूपी के कई जिलों का सूखा खत्म करने के लिहाज से केन बेतवा लिंक परियोजना एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित होगी. 44, 605 करोड़ की अनुमानित लागत वाली इस योजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनों ही राज्यों का बड़ा हिस्सा लाभान्वित होगा. एमपी के दस जिले और की करीब 44 लाख की आबादी और उत्तर प्रदेश के 21 लाख की आबादी तक पीने का पानी पहुंच सकेगा. यहीं से ओंकारेश्वर फ्लोटिंग प्रोजेक्ट का पीएम मोदी ने वर्चुअल उद्घाटन किया.