अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे के चार दिन बाद एअर इंडिया के 112 पायलट छुट्टी पर चले गए थे और उन्होंने खुद को बीमार बताते हुए ‘सिक लीव’ ली थी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने संसद में इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि एअर इंडिया में AI-171 हादसे के बाद सभी फ्लीट के पायलटों की तरफ से सिक लीव के मामले में बढ़ोतरी हुई है.
हादसे के बाद 112 पायलट छुट्टी पर गए
फ्लाइट संख्या एआई-171 हादसे के बाद एअर इंडिया के पायलटों की तरफ से सामूहिक रूप से सिक लीव लेने के संबंध में बीजेपी सांसद जय प्रकाश के सवाल पर राज्य मंत्री मोहोल ने लिखित जवाब में बताया कि 16 जून को कुल 112 पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी, जिनमें 51 कमांडर्स (पी1) और 61 फर्स्ट ऑफिसर (पी2) शामिल थे.
हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक मेडिकल सर्कुलर में एयरलाइंस को सलाह दी थी कि वे फ्लाइट क्रू और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स के मानसिक स्वास्थ्य का आकलन करें. साथ ही स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करें.
मानसिक स्वास्थ्य पर फोकस
इसके अलावा मंत्री ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य निगरानी के संबंध में ऑपरेटर्स, एफटीओ और एएआई को अपने कर्मचारियों के लिए एक सपोर्ट प्रोग्राम बनाने की भी सलाह दी गई. एयरलाइंस के लिए इस दिशा में काम करना जरूरी है, ताकि फ्लाइट क्रू मेंबर्स/एटीसीओ को किसी भी समस्या को पहचानने, उसका सामना करने और उस पर काबू पाने में मदद मिल सके.
अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में सवार सिर्फ एक यात्री को छोड़कर सभी 241 लोगों की इस हादसे में मौत हुई थी. इसके अलावा विमान जिस मेडिकल हॉस्टल की इमारत पर गिरा, वहां भी कई लोग हताहत हुए और हादसे में कुल 260 लोगों की जान चली गई.
अहमदाबाद में हुआ था दर्दनाक हादसा
एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद हादसे का शिकार हो गई. जमीन पर गिरते हुए विमान में आग लग गई और मलबे में बरामद हुए शव बुरी तरह जल चुके थे. पीड़ित परिवारों के डीएनए सैंपल के जरिए इनकी पहचान की गई थी. हादसे में जान गंवाने वालों में भारतीयों के अलावा ब्रिटेन और कनाडाई नागरिक भी शामिल थे.
हादसे की शुरुआती जांच में सामने आया कि टेक-ऑफ के एक सेकंड के भीतर ही प्लेन के इंजन को फ्यूल देने वाले स्विच कट-ऑफ मोड में चले गए थे, जिसकी वजह से इंजन को फ्यूल सप्लाई बंद हो गई और यह हादसा हुआ. हालांकि, रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि आखिर इंजन के फ्यूल स्विच ऑफ कैसे हो गए.