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गरियाबंद में तीन अलग-अलग हादसों में चार की मौत, दो घायल

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मंगलवार दोपहर कुछ घंटों के भीतर हुए तीन अलग-अलग हादसों ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। इन घटनाओं में कुल चार लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हुए हैं। एक ही परिवार की सास-बहू की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई, वहीं दो सड़क हादसों में दो युवकों ने अपनी जान गंवाई।

देवभोग थाना क्षेत्र के डोहेल गांव में दोपहर भोजन के बाद 60 वर्षीय सूरजों बाई और उनकी 40 वर्षीय बड़ी बहू डीलेश्वरी दुर्गा बरगद के पेड़ के नीचे बैठी थीं। अचानक मौसम बिगड़ा और बिजली गिरने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। उसी समय साथ बैठी गर्भवती छोटी बहू अंबिका भी झटके से प्रभावित हुई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गर्भ में पल रहे बच्चे की धड़कन सामान्य है, लेकिन जांच के लिए उन्हें आगे रेफर किया गया।

परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। लगभग दो घंटे बाद एम्बुलेंस आई, तब तक परिजन अंबिका को निजी वाहन से अस्पताल ले गए। इस घटना से परिवार और गांव में मातम पसरा हुआ है।

इसी बीच जिले में दो अलग-अलग सड़क हादसे भी हुए। पहला हादसा राजिम-गरियाबंद मार्ग पर ग्राम सिंधौरी के पास हुआ, जहां बाइक सवार युवक डिवाइडर से टकरा गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक लोहरसी गांव का रहने वाला था।

दूसरी घटना छुरा थाना क्षेत्र के जतमई धाम के पास हुई, जहां बाइक और सड़क निर्माण कार्य में लगे रोलर वाहन की टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है। मृतक की पहचान धमतरी जिले के बेलरदोना निवासी के रूप में हुई है।

एसडीओपी निशा सिन्हा ने बताया कि सभी मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।

लगातार हो रही इन घटनाओं से इलाके में गमगीन माहौल है। जहां आकाशीय बिजली से परिवार उजड़ गया, वहीं सड़क हादसों ने दो घरों के चिराग बुझा दिए। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी आपदा और दुर्घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर प्रबंधन और त्वरित सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

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