धमतरी: माहभर पहले एक राईस मिल में चावल की छलनी के दौरान अचानक बोरियों के धसकने से चार मजदूर दब गए थे। जिसमें से तीन मजदूरों को ज्यादा चोटें आई थी। एक मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई थी। सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां 27 जुलाई की अलसुबह चार बजे मौत हो गई है। जबकि दो अन्य मजदूरों का उपचार जारी है। इस मामले की जांच में पुलिस जुट गई है।
मजदूरों को आई गंभीर चोट
जिला अस्पताल धमतरी के परिसर में संचालित पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार 26 जून को शाम चार बजे हरफतराई रोड स्थित दिनेश इंडस्ट्रीज (राइसमिल) में चावल छलनी के दौरान अचानक चावल की बोरियां धसक गई, जिसमें यहां कार्यरत चार मजदूरों के दबने से उन्हें गंभीर चोटें आई थी।
रामेश्वर यादव की हो गई मौत
घायल मजदूरों में रोशन यादव, धनराज पटेल और रामेश्वर यादव को गंभीर चोट आई थी। मजदूर रामेश्वर यादव का इलाज रायपुर में चल रहा था। इसके बाद धमतरी के निजी अस्पताल में लाया गया। वहां से जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया था।
सेहत में सुधार नहीं आने से मजदूर रामेश्वर यादव की रविवार 27 जुलाई को अलसुबह चार बजे मौत हो गई, जबकि अन्य घायल रोशन यादव व धनराज पटेल की भी स्थिति गंभीर है। एक का रायपुर निजी अस्पताल में इलाज जारी है दूसरा घर में है। जिसके कमर में इतनी चोट है कि नीचे का हिस्सा सुन्न हो गया है। इस मामले में थाना अर्जुनी में पूर्व में रिपोर्ट दर्ज हो गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
मृतक के स्वजनों को राज्य सरकार दें 25 लाख मुआवजा
इस घटना की सूचना मिलने के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ता व पदाधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अध्यक्ष राजा देवांगन ने मृतक रामेश्वर यादव उर्फ मुनू 55 वर्ष की मौत होने पर उनके स्वजनों को शासन से 25 लाख रुपये की मुआवजा देने और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। साथ ही संचालक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है