मंगलवार को दमोह जिला न्यायालय परिसर में एक युवक ने आत्मदाह की कोशिश की जिससे हड़कंप मच गया. युवक ने पहले अपने बाएं हाथ की नस काटी और फिर खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगाने का प्रयास किया. गनीमत रही कि वहां मौजूद लोगों ने समय रहते उसे रोक लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के अनुसार युवक की हालत फिलहाल स्थिर है और वह खतरे से बाहर है.
युवक की पहचान जतिन चोरे के रूप में हुई है जो नर्मदापुरम जिले का रहने वाला है. जानकारी के मुताबिक जतिन के भाई के खिलाफ दमोह जिले के हिंडोरिया थाना क्षेत्र में चार महीने पहले एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में एसबीआई बैंक के मैनेजर की शिकायत पर सात लोगों पर फर्जी लोन दिलाने के आरोप लगे थे. इनमें जतिन का भाई भी शामिल है, जिस पर 60 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है.
मामला दमोह कोर्ट में
इस केस में पांच आरोपी पहले ही जेल में हैं और एक अभी फरार है. जतिन का भाई भी आरोपियों में शामिल है और मामला फिलहाल दमोह कोर्ट में चल रहा है. इसी सिलसिले में जतिन न्यायालय पहुंचा था और अचानक कोर्ट परिसर में आत्महत्या की कोशिश कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जतिन ने सीजीएम कोर्ट के सामने पहले हाथ की नस काटी और फिर शरीर पर केरोसीन डालकर आग लगाने की कोशिश की. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उसे ऐसा करने से रोक लिया.
भाई पर हुए केस से परेशान युवक
पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुट गई है. प्राथमिक तौर पर माना जा रहा है कि युवक मानसिक तनाव में था और अपने भाई के केस को लेकर परेशान था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि आत्मदाह की कोशिश युवक ने क्यों की? इस घटना ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल जतिन अस्पताल में भर्ती है और मामले की गहन जांच जारी है.