चंदौली : जिले के नियामताबाद ब्लॉक की सहकारी समिति पचोखर में खाद वितरण में धांधली का मामला सामने आया है। किगया. ने सहकारी समिति के सचिव और स्थानीय नेताओं पर मिलीभगत से खाद की काला बाजारी का आरोप लगाया है.
उनका कहना है कि एक ही व्यक्ति को 80 बोरी खाद बांटकर अन्य किसानों को वंचित किया गया यह खाद ब्लैक मार्केट में बेची गई, जिससे छोटे किसानों को भारी नुकसान हुआ है.
किसानों ने शिकायत में बताया कि समिति के सचिव ने सुबह 6 बजे ताला खोलकर एक नेता के कहने पर खाद दी. इससे यह साफ है कि घटना सुनियोजित तरीके से की गई थी। शिकायत के बाद पीडीडीयू नगर एसडीएम ने जांच के लिए एक टीम गठित की, लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.
सरकारी नियमों के अनुसार, किसानों को खाद उनकी भूमि की आवश्यकता के अनुसार समान रूप से बांटी जानी चाहिए. एक ही व्यक्ति को 80 बोरी खाद देना न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सीधे काला बाजारी की ओर इशारा करता है.
किसानों का कहना है कि खाद वितरण में धांधली से उनके हिस्से की खाद ब्लैक मार्केट में चली गई. इसके चलते वे अपनी फसल के लिए खाद नहीं जुटा पा रहे हैं। यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो इसका सीधा असर उनकी फसल उत्पादन और आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा.
प्रशासनिक कार्रवाई पर Idfc
एसडीएम द्वारा जांच का आदेश देने के बावजूद मामले में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. किसान जांच टीम की निष्क्रियता को प्रशासनिक लापरवाही करार दे रहे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहा है.
किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते इस मुद्दे को हल नहीं किया, तो उन्हें आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा.
खाद वितरण में पारदर्शिता और प्रशासनिक सतर्कता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि किसानों का भरोसा कायम रहे और फसल उत्पादन प्रभावित न हो.