गिरिडीह: एक तरफ जहां 18 से 50 वर्ष की युवती-महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य की सरकार मंईयां सम्मान योजना चला रही है और इन्हें 2500 – 2500 रुपए की सहयोग राशि दे रही है. वहीं दूसरी तरफ गावां प्रखंड के जमडार की लगभग 120 महिलाएं और युवतियां ठगी का शिकार हुई हैं.
महिलाओं का कहना है कि उनके नाम पर फर्जी तरीके से लोन लेकर गांव का ही एक व्यक्ति फरार हो गया. इस मामले में थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. मामले में दो लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. कांड का मुख्य अभियुक्त रविशंकर के उत्तर प्रदेश भागने की बात कही जा रही है. इस पूरे मामले की जानकारी लेने ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची.
पीड़ितों से बात करने के बाद मामला पता चला
जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूरी (भाया गावां) पर अवस्थित इस गांव की पीड़ित महिलाओं और युवतियों से बात की गई. यहां आने पर पता चला कि जिस रवि पर यहां की गरीब महिलाओं ने भरोसा किया था, उसने इनके साथ छल किया है. उन्हें बरगला कर न सिर्फ अंगूठे का निशान लिया बल्कि कागजात में हेर फेर कर निजी फाइनेंस कंपनी से लोन निकाला और अंत में आधार अपडेट करने की बात कहकर फिर से ई-पॉस मशीन पर अंगूठे का निशान लेते हुए लोन की रकम भी अपने खाते में ट्रांसफर कर ली.
11 वीं की छात्रा के नाम पर भी लोन
यहां आने पर पता चला कि गांव के एक गरीब मजदूर की बेटी प्रियंका कुमारी के साथ भी ठगी की गई है. प्रियंका लगभग 18- 19 साल की बतायी जा रही है. वह कक्षा 11वीं में पढ़ती है. उसका कहना है कि एक दिन रवि आया और बोलने लगा कि आधार को अपडेट करना है, तुम्हारी मां ने भेजा है, यह कहते हुए मशीन पर अंगूठा लगा लिया और चला गया.
प्रियंका की मां फुलवा देवी बतातीं है कि उन्हें तो कुछ पता ही नहीं था. इस बीच जुलाई महीने में कुछ लोग उसके घर पर आए कहने लगे कि तुम्हारी बेटी के नाम पर लोन है, मैं भौचक्का रह गई. मैंने रवि को फोन लगाया उसने स्पष्ट कुछ बताया नहीं बस टालता रहा. कुछ इसी तरह की कहानी कंचन कुमारी बताती हैं. वह कहती हैं कि उनके नाम पर तो 80 हजार का लोन निकाल लिया गया. उसे व उसके अभिभावक को भी तब पता चला जब फाइनेंस कम्पनी के एजेंट उनके घर पर ईएमआई बकाया की सूचना देने और पैसा लेने पहुंचे.
पति की तस्वीर बदल ले डाला लोन
इसी गांव की उषा देवी नामक महिला बताती हैं कि उनके पिताजी का निधन हो गया था. वह श्राद्ध कार्यक्रम में अपने मायके गई थीं, फाइनेंस कंपनी के लोग वहां पर आ धमके और कहने लगे कि तुम्हारे नाम पर डेढ़ लाख का लोन है, इस तरह मुझे जानकारी यह मिली. उषा देवी ने कहा कि जब उन्होंने पड़ताल की तो यह भी पता चला कि उनके साथ फर्जीवाड़ा हुआ है. इतना ही नहीं लोन के लिए जो कागजात जमा किये गये हैं उसमें उनके पति के पहचान पत्र में भी छेड़छाड़ की गई है. पति के पहचान पत्र में एक मुस्लिम व्यक्ति की तस्वीर लगा दी गई है.
मोदी सरकार देगी पैसा, इसलिये लगा दिया अंगूठा
यहां की महिलाओं ने बताया कि गांव की एक महिला आयुष्मान कार्ड के माध्यम से ऑपरेशन करवाने जमुआ गई थी. वहां रवि और सानू आया तथा यह कहकर भर्ती महिला से अंगूठा का निशान ले लिया कि मोदी सरकार पैसा भेजेगी. उन्होंने कहा कि बाद में उक्त महिला को फाइनेंस कम्पनी के लोग तंग करने लगे.
कार्रवाई की मांग
इधर गांव के एक व्यक्ति विकास कुमार शर्मा बताते हैं कि रवि यहां सीएससी चलाता था और इसी दौरान महिलाओं को झांसे में लेकर ठगी कर ली. अब वह फरार है. विकास के साथ ही गांव के अन्य लोगों ने भी डीसी से कार्रवाई की मांग की है.