छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के शिवशक्ति स्टील प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्यरत कर्मचारी ने 11 लाख रुपए का गबन कर दिया। जब मामले की जानकारी प्लांट प्रबंधक को लगी, तो थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मामला चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, विपुल माली 44 साल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह शिव शक्ति प्रा.लि. में संस्थान प्रमुख के रूम में कार्यरत है। प्लांट में ऑटोमोबाइल एग्जीक्यूटिव के पद पर बिहार के मखदुमपुर का रहने वाला मनीष कुमार 23 साल को पदस्थ किया गया था। 17 अगस्त 2024 से वह वाहनों की देखरेख और ट्रांसपोर्टरों के पास वाहनों को चलवाकर उनसे उसका किराया वसूल करता था।
इस दौरान मनीष ने अप्रैल, मई, जून माह में अवनी कंस्ट्रक्शन से 2 लाख 96 हजार 391 रुपए, ब्रदर्श रोडवेज से 4 लाख 7 हजार 71 रुपए, जीके ट्रेडिंग से 2 लाख 70 हजार 307 रुपए, रामा ट्रांसपोर्ट एण्ड कंस्ट्रक्शन से 3 लाख 90 हजार 77 रुपए, सेजल कंस्ट्रक्शन से 1 लाख 75 हजार 219 रुपए को मिलाकर कुल 15 लाख 39 हजार 469 रुपए माल परिवहन का कार्य किया गया। जिससे संबंधित दस्तावेज कंपनी के अकाउंट डिपार्टमेंट मे मनीष कुमार ने हरप्रीत रोड लाइन्स के नाम से जमा करायाकंपनी के अकाउंट में नहीं पहुंचा रकम
कंपनी के वाहनों से होने वाली आय 15 लाख 39 हजार 469 रुपए का सीधा भुगतान हरप्रीत रोड लाइन्स से शिव शक्ति स्टील प्रा.लि. के अकाउंट मे होना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मनीष कुमार ने गड़बड़ी करते हुए कपंनी के 11 लाख 35 हजार 86 रुपए का गबन कर लिया।
इसके बाद वह बकाया भुगतान वसूली के नाम पर कंपनी से 12 अगस्त को गया और वापस नहीं लौटा। तब विपुल ने उससे कई बार मोबाइल पर संपर्क किया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।
नहीं लौटने पर हुआ संदेह
ऐसे में कपंनी प्रमुख विपुल को उस पर संदेह हुआ और जब कंपनी के दस्तावेज की जांच की गई, तो इस मामले का खुलासा हुआ। जहां शिव शक्ति स्टील प्रा.लि. के संस्थान प्रमुख विपुल माली की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 316(4)BNS, 318(4) BNS के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।