सरकारी नौकरी के नाम पर 14 लाख का फ्रॉड, अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज – 4 साल में 12 लोग बने शिकार

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक सरकारी अधिकारी ने 14 लाख का फ्रॉड किया है। लोहारा जनपद में पदस्थ करारोपण अधिकारी सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने पिछले 4 साल में 12 लोगों को नौकरी का झांसा दिया और उनसे लाखों रुपए ऐंठे।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी अधिकारी पहले गुंडरदेही जनपद में पदस्थ था। उसने वहां लोगों को बताया कि प्रदेश में 70 नए जनपद पंचायत खुलने वाले हैं। इन पंचायतों में कर्मचारियों की भर्ती होगी। इस झांसे में आकर कई लोगों ने उसे पैसे दे दिए। शिकायत के बाद आरोपी पर FIR दर्ज कर ली गई है।

जाल में ऐसे फंसे लोग

दरअसल, सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने पीड़ितों को कहा कि प्रदेश में 70 नए जनपद पंचायत खुल रहे हैं और सभी जगहों पर कंप्यूटर ऑपरेटर से लेकर कई अन्य पदों पर भर्तियां होगी जिसके बाद उसका यह जाल फैलता गया और लोग फंसते गए।

3 लाख रुपए में होती थी डील

ज्यादातर डील 3 लाख रुपए में हुई थी। कुछ पूरा पैसे दे गए और कुछ लोगों से एडवांस लिया गया। कीग्राम कुथरेल निवासी गणेश राम साहू ने बताया कि अब हम ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं नया जनपद तो खुला ही नहीं।

गणेश राम साहू ने बताया कि नौकरी पाने के लिए 9 अक्टूबर 2021 को मैने जनपद के पास पैसा दिया था। इस दौरान गांव का एक बुजुर्ग भी मेरे साथ था, उन्होंने बताया कि उनकी 2 बेटी और एक बेटे को नौकरी लगाने की बात कही थी तीनों के नाम से उसने पैसा दिया है। जब अंततः वह घुमाता रहा तब हमने अब पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है।

एक ही परिवार के 4 लोग के नाम पर पैसे लिए

ग्राम जरवाय निवासी धर्मेंद्र साहू ने बताया कि बारी-बारी वह पैसे मांगता था। मैने अपने दो बेटों और साले सालियों के लिए मैने पैसे दिया था, मेरा भाई सरपंच है और ऑडिट कराने जाता था, तब गुंडरदेही में पदस्थ रहते हुए उनसे मुलाकात होती थी तब हम झांसे में फंस गए।

50 हजार एडवांस लिए

जरवाय निवासी ज्ञानेश्वर साहू ने बताया कि उन्होंने भी जनपद के सामने ही पैसा दिया था ढाई लाख में पूरे मामले की बात हुई थी। लेकिन 50 हजार रुपए एडवांस दिया था। इस तरह जगदीश ढीमर जरवाय, पुरुषोत्तम गंजीर बोदल, प्रहलाद वर्मा उतई, बहादुर वर्मा सहित दर्जन भर लोग ठगी का शिकार हुए हैं।

8 पीड़ितों ने की शिकायत

इस फ्रॉड में करीब 12 लोग शिकार हुए है। वहीं, गुंदरदेही थाने में 8 पीड़ितों की शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू हुई। जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि होने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज की है।

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