उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पूर्व केंद्रीय मंत्री सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह की बेटी से 3.5 करोड़ का फ्रॉड हुआ. लोहा कारोबारी आनंद प्रकाश के खिलाफ उन्होंने मामला दर्ज करवाया है. कविनगर थाना पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है. वीके सिंह की बेटी का आरोप है कि आनंद प्रकाश ने उनसे मकान बेचने के नाम पर 3.5 करोड़ रुपये ऐंठ लिए.
कुछ दिन पहले ही वीके सिंह ने आनंद प्रकाश और एक मीडियाकर्मी पर गलत तथ्यों के आधार पर खबर चलाने का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने बतया- वीके सिंह की बेटी योगजा सिंह ने लोहा कारोबारी आनंद प्रकाश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि लोहा कारोबारी ने मकान बेचने के नाम पर पूर्व मंत्री की पुत्री से साढ़े तीन करोड़ रुपए हड़प लिए. थाना कविनगर पुलिस ने बुधवार को इस केस में FIR दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
2014 को हुआ था मकान का सौदा
योगजा सिंह के मुताबिक- 14 जून 2014 को उनका सौदा राजनगर स्ठित मकान को लेकर आनंद प्रकाश से साढ़े पांच करोड़ रुपए में हुआ. 10 लाख रुपए बतौर बयाना दिए गए थे. 15 जुलाई 2014 को फिर उन्हें इस मकान पर कब्जा मिल गया. योजना ने कहा कि इस मकान पर मुझे लोन कराना था. इसलिए मैंने साढ़े 33 लाख रुपए आनंद प्रकाश के खाते में ट्रांसफर किए. मैं उनसे मकान के कागजात मांगती रही, लेकिन नहीं मिले. कागज देने की एवज में मुझसे और रुपए मांगे जाते रहे. इसलिए साल-2018 में एक करोड़ रुपए, 15 नवंबर 2019 को एक करोड़ रुपए और 12 अक्टूबर 2023 को एक करोड़ रुपए मैंने दे दिए. इस तरह कुल राशि 3 करोड़ 48 लाख रुपए आनंद प्रकाश पर पहुंच गई.
कब्जा करने का था इरादा
वीके सिंह की बेटी ने आरोप लगाया- 21 अक्टूबर 2023 को मेरा दो करोड़ रुपए का लोन बैंक से स्वीकृत हो गया. इसके बाद मैंने आनंद प्रकाश से मकान की रजिस्ट्री कराने के लिए कहा. मेरे बार-बार कहने के बावजूद दूसरे पक्ष ने मकान का बैनामा नहीं कराया. उनकी मंशा मुझे इस मकान से बेदखल करके अपना कब्जा करने की थी. अब मुझे पता चला है कि आनंद प्रकाश से पहले से ही इस मकान पर लोन लिया हुआ है.