छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा अंबिकापुर (पूर्व में सरगुजा विश्वविद्यालय) पर 21 लाख आंसरशीट्स के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. एक छात्र नेता द्वारा सूचना का अधिकार (RTI) के बाद विश्वविद्यालय के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है. यूनिवर्सिटी के कुलपति ने टीम गठित कर मामले की जांच कराने की बात कही है.
दरअसल, मामला कोरोना काल का है, जब सभी स्कूल-कॉलेजों की परीक्षाएं ऑनलाइन कराए जा रहे थे तब संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय ने 21 लाख उत्तर पुस्तिकाएं खरीदी. इनमें करीब 5 लाख मुख्य उत्तर पुस्तिका और 17 लाख सप्लीमेंट्री कापी शामिल हैं. जिसकी जानकारी छात्र संगठन के द्वारा इसकी जानकारी आरटीआई के माध्यम से निकाली गई है.
कैसे हुआ खुलासा?
छात्र नेता की आरटीआई से पता चला कि जब ऑफलाइन एग्जाम हुआ इसके बावजूद उत्तर पुस्तिकाएं खरीदी गई. इसके अलावा विश्वविद्यालय के पास उत्तर पुस्तिका की स्टॉक रजिस्टर में भी दर्ज नहीं है कि उत्तर पुस्तिकाओं का इस्तेमाल कहां हुआ और अब कहां हैं. छात्र नेता ने कहा कि हमने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त की. हमने पाया कि यूनिवर्सिटी में कोरोना काल के दौरान लाखों रुपये की उत्तर पुस्तिकाएं खरीदी गई हैं. हमने कुलपति को लिखित में शिकायत की है.
कुलपति ने कही ये बात
इस पूरे मामले को लेकर सरगुजा यूनिवर्सिटी के कुलपति ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच टीम गठित की जाएगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा. ‘हमें शिकायत प्राप्त हुई है कि कोरोना काल के दौरान उत्तर पुस्तिका की खरीदी की गई और उस खरीदी का रिकॉर्ड नहीं है हमने जांच बैठा दी है. कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन एग्जाम कराया गया था. छात्र को A4 साइज के पन्नों में उत्तर लिखकर कॉलेज में जमा करना था.’