अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गंवाने उदयपुर के वरदीचंद मेनारिया की मौत का पहाड़ जैसा दुख कम होने से पहले परिवार से रुपए ऐंठने के लिए ठग उनके घर पहुंच गए।
खुद को सुप्रीम कोर्ट का बताते हुए ठगों ने विमान निर्माता कंपनी बोइंग पर केस करके 8 से 10 करोड़ रुपए दिलाने का झांसा दिया। पासपोर्ट मांगकर खाली स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करवाने का दबाव भी बनाया। शक होने पर घर वालों ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। गौरतलब है कि अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे में उदयपुर के 5 लोगों सहित राजस्थान के 14 लोगों की मौत हुई थी।
वरदीचंद के बेटे दीपक मेनारिया ने वल्लभनगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। वरदीचंद मेनारिया (49) उदयपुर जिले के वल्लभनगर पुलिस थाना क्षेत्र के रूंडेड़ा के रहने वाले थे।
मृतक का पासपोर्ट और प्लेन टिकट कॉपी मांगी दीपक मेनारिया के मुताबिक 17 जुलाई की रात भूपेंद्र नाम के व्यक्ति का कॉल आया था। उसने कहा- अहमदाबाद प्लेन क्रैश में आपके पिता की मौत हुई थी। सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से वेरिफिकेशन के लिए दिल्ली-मुंबई से उनके घर टीम आएगी। इसके लिए मृतक का पासपोर्ट और प्लेन टिकट कॉपी चाहिए।
कॉल करने वाले ने कहा- बोइंग पर केस करना है, उसमें आपको 8 से 10 करोड़ मिलेंगे। अगले ही दिन 18 जुलाई की शाम गुजरात नंबर की गाड़ी में एक महिला और पुरुष घर आ गए।
खाली स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाने का दबाव बनाया दीपक के मुताबिक, ठगों ने बताया कि वे सुप्रीम कोर्ट से हैं। उन्होंने मेरी मां से बातचीत की। उन्हें डाउट हुआ तो मुझे कॉल कर बताया। उन्होंने खाली स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाने का दबाव बनाया और कागज मांगे। उन्होंने वॉइस कॉल और मैसेज पर धमकी भी दी। इस पर शक हुआ। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वल्लभनगर के थानाधिकारी दिनेश पाटीदार ने कहा- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जो व्यक्ति उनके घर आए थे। उनके बारे में जानकारी जुटाई है। प्रारंभिक जानकारी में उनके वकील होने की बात सामने आई है। हमारी तरफ से मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है।
वरदीचंद लंदन में कुकिंग का काम करते थे 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हुआ था। इसमें उदयपुर के वल्लभनगर क्षेत्र के रूंडेड़ा निवासी वरदीचंद मेनारिया की भी हादसे में जान चली गई है। तब वरदीचंद की पत्नी और उनका बेटा दीपक उन्हें अहमदाबाद छोड़ने गए थे।
वरदीचंद एक महीने पहले ही लंदन से आए थे। वे लंदन में कुकिंग का काम करते थे। एयर इंडिया ने मृतकों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे की घोषणा की थी।