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शराब-ड्रग्स से मोबाइल की लत तक – अब मिलेगा सैफई में मुफ्त इलाज और परामर्श

सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में“एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी” (एडिक्शन क्लीनिक) की शुरुआत की गई. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने क्लीनिक का शुभारंभ करते हुए कहा कि नशे की लत आज समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है और इस सुविधा से नशे से जूझ रहे लोगों को बेहतर उपचार और परामर्श उपलब्ध हो सकेगा.

उन्होंने कहा कि एडिक्शन एक जटिल मस्तिष्क रोग है, जिसमें व्यक्ति हानिकारक परिणाम जानते हुए भी किसी पदार्थ या आदत को छोड़ नहीं पाता.शराब, ड्रग्स, इंटरनेट, जुआ जैसी लतें व्यक्ति के स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि रिश्तों और करियर को भी प्रभावित करती हैं.यह क्लीनिक एम्स दिल्ली के मार्गदर्शन में संचालित होगी और भविष्य में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से अनुदान प्राप्त करेगी.

एडिक्शन क्लीनिक के नोडल अधिकारी डॉ. कौस्तभ कुंडू ने बताया कि यह सुविधा प्रत्येक बुधवार दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक 500 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रथम तल स्थित कक्ष संख्या 1145 में संचालित होगी.यहां मरीजों को मनोचिकित्सक परामर्श, दवाइयाँ और पारिवारिक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा.

उन्होंने बताया कि नशे के अलावा मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग, तनाव, अवसाद और चिंता जैसी स्थितियाँ भी लत का रूप ले सकती हैं.ऐसे लोग भी यहां चिकित्सकीय परामर्श और आवश्यक उपचार ले सकते हैं। साथ ही, विश्वविद्यालय संस्थानों, स्कूलों और कॉलेजों में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने में भी सहयोग करेगा.

कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह, मानसिक रोग विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अरुण कुमार मिश्रा सहित विश्वविद्यालय के कई संकाय सदस्य उपस्थित रहे.

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