सरकार अगले हफ्ते जीएसटी दरों में बदलाव करने जा रही है, जिससे रोजमर्रा की कई चीजें सस्ती हो जाएंगी. जीएसटी काउंसिल की बैठक में स्नैक्स से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर तक कई वस्तुओं पर टैक्स स्लैब में कटौती की संभावना है. इससे आम लोगों को राहत मिलने के साथ-साथ बाजार में भी रौनक बढ़ने की उम्मीद है.
सूत्रों के मुताबिक, चिप्स, पास्ता, नूडल्स जैसे पैक्ड फूड आइटम्स पर जीएसटी दर को घटाया जा सकता है. अभी इन पर 18% जीएसटी लगता है, जिसे घटाकर 12% करने पर सहमति बन सकती है. वहीं, साबुन, तेल और कपड़े जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भी सस्ता करने की तैयारी है. जूतों और चप्पलों पर भी टैक्स कम करने का प्रस्ताव रखा गया है.
घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भी राहत की खबर है. टीवी, फ्रिज और एसी जैसी वस्तुओं पर जीएसटी दर में कटौती की जा सकती है. वर्तमान में इन पर 28% टैक्स लगता है, जिसे 18% पर लाने का सुझाव है. इससे मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी.
ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. कार और बाइक पर लगने वाले जीएसटी और सेस को घटाने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल 28% टैक्स और अतिरिक्त सेस के कारण वाहन महंगे हैं, लेकिन नए फैसले से इनकी कीमतों में कमी आ सकती है.
वित्त मंत्रालय का मानना है कि जीएसटी दरों में कटौती से उपभोक्ताओं पर बोझ कम होगा और खपत में तेजी आएगी. इससे उद्योग जगत को भी नई ऊर्जा मिलेगी. खासकर फूड प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर को सीधा लाभ होगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के सीजन से पहले जीएसटी दरों में यह बदलाव सरकार का मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है. इससे एक ओर लोगों की जेब पर दबाव कम होगा तो दूसरी ओर मांग बढ़ने से उद्योग जगत को भी गति मिलेगी.
कुल मिलाकर जीएसटी काउंसिल का यह फैसला उपभोक्ताओं और उद्योग दोनों के लिए फायदे का सौदा हो सकता है. अब सबकी नजर अगले हफ्ते होने वाली बैठक पर टिकी है, जहां यह साफ हो जाएगा कि कौन-कौन सी चीजें सस्ती होंगी.