मिर्जापुर : उत्तर प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री माननीय श्री स्वतंत्र देव सिंह आज मिर्जापुर से प्रयागराज की ओर जाते समय चील-गोपीगंज मार्ग से होकर निकले. इस दौरान उन्होंने ग्राम लखनपुर में स्थित राजकीय नलकूप संख्या 59 MG का औचक निरीक्षण किया.यह नलकूप 30 से 35 हेक्टेयर क्षेत्रफल की सिंचाई करने में सक्षम है और क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण जलस्रोत है.
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने नलकूप की कार्यप्रणाली, सिंचाई व्यवस्था और तकनीकी स्थिति की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की.उन्होंने मौजूद किसानों से सीधा संवाद करते हुए उनकी समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुना. अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि नलकूप की नियमित मरम्मत, संचालन और देखभाल सुनिश्चित की जाए ताकि खेतों तक पानी की आपूर्ति सतत बनी रहे.
निरीक्षण के उपरांत मंत्री ने ग्राम लखनपुर में वृक्षारोपण भी किया.उन्होंने कहा कि जल और हरियाली दोनों का गहरा संबंध है.जल स्रोतों के आसपास वृक्षारोपण से भूजल स्तर स्थिर रहता है और पर्यावरण भी संतुलित होता है.उन्होंने ग्रामीणों और अधिकारियों से अपील की कि प्रत्येक जलस्रोत के आसपास कम से कम 100 पौधे अवश्य लगाए जाएं.
मंत्री अपने दौरे के क्रम में रास्ते में पड़ने वाली अन्य जल जीवन मिशन, हर घर नल योजना,अमृत सरोवर, नहर प्रणालियों तथा अन्य जल प्रबंधन योजनाओं का भी निरीक्षण कर रहे हैं.उनका उद्देश्य इन योजनाओं की जमीनी हकीकत को परखना और समयबद्ध व पारदर्शी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में जल संसाधनों के संरक्षण और प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है.जलशक्ति विभाग का संकल्प है कि राज्य के प्रत्येक किसान को पर्याप्त सिंचाई सुविधा मिले और हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो.
अंत में मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनकल्याणकारी योजनाओं में जनभागीदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि अंत्योदय तक योजनाओं का लाभ पहुँच सके.इसके पूर्व मंत्री विंध्याचल पहुंच कर मां विंध्यवासिनी देवी एवं अष्टभुजा स्थित गोकुल धाम मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ दर्शन पूजन किया.
इस अवसर पर मा. विधायक नगर रत्नाकर मिश्र, विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मीरजापुर श्याम सुंदर केशरी सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी व अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थिति रहें.