Janmashtmi 2024: आज देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भादो कृष्ण अष्टमी तिथि को वृष लग्न और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस तिथि को प्रतिवर्ष कन्हैया का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के मंदिरों में सुबह से ही दर्शन के लिए भक्तों का तांता लग जाता है. देश में भगवान श्रीकृष्ण के अनगिनत मंदिर हैं, जहां श्रद्धालु जाते हैं और भगवान की विधिवत पूजा करते हैं. आइए जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आपको भगवान कृष्ण के 10 सबसे लोकप्रिय और भव्य मंदिरों के बारे में बताते हैं.
प्रेम मंदिर (वृंदावन)- वृंदावन स्थित भगवान श्रीकृष्ण का प्रेम मंदिर अत्यंत भव्य है. रात के समय इस मंदिर का नजारा और भी खूबसूरत दिखाई देता है. यही कारण है कि रात के वक्त भी यहां भक्तों की भीड़ कम नहीं होती है. प्रेम मंदिर की सजावट एकदम खास तरीके से की गई है. इसके निकट ही बांकेबिहारी का मंदिर भी पड़ता है.
इस्कॉन टेंपल (वृंदावन)- भगवान श्रीकृष्ण का इस्कॉन टेंपल देशभर में कई जगहों पर स्थापित है. लेकिन इसमें वृंदावन के इस्कॉन टेंपल की महिमा खास है. वृंदावन वाले इस्कॉन टेंपल का निर्माण साल 1975 में किया गया था. वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ जमा रहती है. जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर तो यहां का नजारा और भी भव्य होता है.
जगन्नाथ मंदिर (पुरी, उड़ीसा)- भगवान श्रीकृष्ण के लोकप्रिय मंदिरों में उड़ीसा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर का भी नाम आता है. पुरी में बना जगन्नाथ मंदिर 800 सालों से भी ज्यादा पुराना है. जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर स्थित झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता है. यह काफी रहस्यमयी मंदिर है. यहां आयोजित होने वाली जगन्नाथ की रथ यात्रा में शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
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श्रीनाथ जी मंदिर (नाथद्वारा, राजस्थान): राजस्थान के नाथद्वार में स्थित श्रीनाथ जी का मंदिर 12वीं शताब्दी में बनाया गया था. कहते हैं कि इस मंदिर की प्रतिमाओं को मेवाड़ के राजा गोवर्धन की पहाड़ियों से औरंगजेब से बचाकर लाए थे. यह मंदिर अपनी मूर्तियों और कलाकृतियों के लिए भी जाना जाता है.
बालकृष्ण मंदिर (हंपी, कर्नाटक)- दक्षिण भारत के कर्नाटक के हंपी शहर में स्थित बालकृष्ण मंदिर काफी यूनीक तरीके से बनाया गया है. इस मंदिर का नाम यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज वेबसाइट पर भी लिस्ट किया गया है. इस मंदिर में कृष्ण जी का बाल रूप विराजमान हैं.
इस्कॉन मंदिर (बेंगलुरु)- बेंगलुरु में भारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है. बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण साल 1997 में किया गया था, जिसका उद्देश्य वैदिक और धार्मिक सभ्यताओं को बढ़ावा देने का था. इस मंदिर में न केवल भारत के कोने-कोने से लोग दर्शन के लिए आते है, बल्कि विदेशियों को भी हुजूम जमा रहता है.
उडुपी श्री कृष्ण मठ (कर्नाटक)- कर्नाटक स्थित भगवान कृष्ण के इस मंदिर को 13वीं सदी मे बनवाया गया था. इस मंदिर से जुड़ी एक बड़ी ही खास बात है. कहते हैं कि इस मंदिर के पास मौजूद तालाब के पानी में मंदिर का प्रतिबिंब दिखाई देता है.
श्री रंछोद्रीजी महाराज मंदिर (गुजरात)- गुजरात में गोमती नदी के किनारे बना भगवान कृष्ण का यह भव्य मंदिर धार्मिक स्थलों में एक विशेष स्थान रखता है. इस मंदिर में सोने से बने 8 गुंबद और 24 बुर्ज हैं. इस मंदिर के निकट ही एक लक्ष्मी माता की भी मंदिर है.