नई दिल्लीः दिल्ली और नोएडा में 1 मई को करीब 150 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी वाला मेल भेजा गया था. इन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई जिससे हड़कंप मच गया था. अब जांच में पता चला है कि धमकी भरे ईमेल का आईपी एड्रेस हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट का था.
आईपी एड्रेस से पता चला कि दिल्ली-एनसीआर को ये मेल बुडापेस्ट से भेजे गए थे. फिलहाल दिल्ली पुलिस हंगरी की जांच एजेंसियों से संपर्क में है. दहशतगर्दों ने जिस मेल सर्वर mail.ru का इस्तेमाल किया गया वो रूस का था. रूस से पुलिस को इंटरपोल के जरिए कई जानकारियां मिलीं जिसके बाद पता चला कि धमकी भरे मेल का आईपी एड्रेस बुडापेस्ट का है.
1 मई को दिल्ली-एनसीआर के करीब 150 स्कूलों को बम की अफवाह वाला ईमेल भेजा गया था. यह मेल भेजने के लिए एक रूसी ईमेल सर्विस का इस्तेमाल किया गया था. यह सर्विस यूजर्स को अपनी पहचान और अवैध गतिविधियों को छिपाने में मदद करती है.
ईमेल मिलने के बाद से ही पुलिस ने सभी स्कूलों में जाकर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया. पुलिस डॉग और बम स्क्वॉड के साथ स्कूलों में पहुंची. बाद में खुलासा हुआ कि धमकी भरा ईमेल फर्जी था, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों से पैनिक न करने की अपील की.
पुलिस ने बताया था कि ईमेल भेजने में डार्क वेब का इस्तेमाल किया हो सकता है. डार्क वेब की वजह से पुलिस के लिए ईमेल भेजने वाले को खोज पाना मुश्किल हो जाता है. सेंडर [email protected] ने टेम्पेल नामक एक फ्री ईमेल सर्विस का इस्तेमाल किया था जो टेंपरेरी ईमेल एड्रेस प्रदान करती है ‘जो 1 घंटे के बाद खत्म हो जाते हैं’.
सेंडर ने की आईसी की भाषा शैली की नकल
ईमेल की भाषा से ऐसा प्रतीत होता है कि मेल भेजने वालों ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की प्रचार सामग्री द्वारा इस्तेमाल की गई शैली की नकल की थी. हालांकि इसकी संभावना बेहद कम जताई गई थी कि ये मेल आईएस की ओर से भेजे गए हैं. दिल्ली पुलिस ने इन खतरों को ‘hoax’ के रूप में वर्गीकृत किया था.
दिल्ली के स्कूलों को अक्सर इसी तरह धमकी भरे ईमेल किए जाते रहे हैं. फरवरी महीने में दिल्ली के आरकेपुरम स्थित डीपीएस स्कूल के प्रिंसिपल को इसी तरह का ईमेल किया गया था. साकेत के एमिटी स्कूल को भी फरवरी में इसी तरह का ईमेल किया गया था. इस ईमेल में स्कूल से पैसे भी मांगे गए थे.