दमोह : जिला न्यायालय परिसर में मंगलवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को समय रहते बचा लिया और जिला अस्पताल पहुंचाया.घटना दोपहर के समय की है, जब मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के कालका नगर निवासी जतिन चोरे ने पहले अपनी कलाई ब्लेड से काटी और फिर सिर पर ज्वलनशील केमिकल डालकर आग लगाने की कोशिश की. लेकिन वहां मौजूद लोगों और पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और आत्मदाह की कोशिश को नाकाम कर दिया.
कोतवाली थाना प्रभारी मनीष कुमार ने अस्पताल में घायल जतिन से पूछताछ की. जतिन ने बताया कि उसके भाई को दमोह के हिंडोरिया एसबीआई शाखा में फर्जी लोन मामले में झूठा फंसा दिया गया है, जबकि उसका भाई कभी उस बैंक में गया ही नहीं.उसने आरोप लगाया कि अन्य असली आरोपियों ने उसके भाई का नाम फंसा दिया और पुलिस कार्रवाई से वह मानसिक रूप से परेशान था.
टीआई धर्मेंद्र गुर्जर के अनुसार, वर्ष 2021 में एसबीआई हिंडोरिया शाखा से सात आरोपियों ने फर्जी रेलवे कर्मचारी बनकर लगभग 15-15 लाख रुपये के चार लोन लिए थे.इसके लिए आरोपियों ने नकली पे स्लिप का उपयोग किया था। कुछ महीनों बाद सभी आरोपी लोन की राशि लेकर फरार हो गए. छह महीने पहले बैंक अधिकारी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें निखिल चोरे, दीपक जैन, राजा खान समेत सात लोगों को नामजद किया गया। अब तक छह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और जेल में हैं, जबकि एक अभी भी फरार है.
टीआई गुर्जर ने बताया कि निखिल चोरे और दीपक जैन साइबर कैफे चलाते थे, जहां से नकली पे स्लिप तैयार की गई. बैंक से लोन की प्रक्रिया में नेगी नामक एक बैंक कर्मचारी की मिलीभगत भी सामने आई है, जिसे आरोपी बनाया गया है.टीआई मनीष कुमार ने बताया कि जतिन चोरे से प्रारंभिक पूछताछ की गई है.वह फिलहाल घबराहट में है, इसलिए स्थिति सामान्य होने पर आगे की पूछताछ की जाएगी.