बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर की भीड़ वाली जगहों से लोगों की जेब से मोबाइल चोरी की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं. चोरी करने वाला गिरोह मोबाइल से यूपीआई के माध्यम से पीड़ितों की रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर कर रहे हैं. इस तरह की कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं.
पुलिस ने अब तक केवल तीन मामलों में जुर्म दर्ज किया है. बताया जाता है कि कई लोगों ने इस तरह की शिकायतें साइबर सेल में की हैं.
कोतवाली टीआई एसआर साहू ने बताया कि जूना बिलासपुर में रहने वाले चेतनधर दीवान शिक्षक हैं. उनके पिता स्व बद्रीधर दीवान छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे.शिक्षक ने पुलिस को बताया कि उनका मोबाइल चोरी हो गया.इस पर कोतवाली पुलिस ने उनकी शिकायत ले ली थी.
इधर शिक्षक ने दूसरा सिम लेकर मोबाइल चालू किया. तब पता चला कि उनके बैंक खाते से यूपीआई के माध्यम से पांच बार में तीन लाख रुपये अनजान व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. शिक्षक ने इस पूरे मामले की जानकारी कोतवाली थाने में दी. इसके बाद पुलिस हरकत में आई.पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज कर लिया है. अब इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
मोबाइल चोरी को लेकर गंभीर नहीं पुलिस
दिवाली की शाम सिरगिट्टी में रहने वाले मनोज नामदेव भोंगाड़े खरीदारी के लिए बुधवारी बाजार आए थे. भीड़ का फायदा उठाते हुए चोरों ने उनकी जेब से मोबाइल पार कर दिया। वे इसकी शिकायत लेकर थाने गए. थाने में उनकी शिकायत ही नहीं ली गई.
जवानों ने कहा कि मोबाइल गुम होने की सूचना दो तो वे पावती दे देंगे। इस पर मनोज ने नया सिम लेने के लिए थाने में मोबाइल गुम होने की सूचना दे दी. जब उन्होंने दूसरा सिम लेकर मोबाइल चालू किया तो पता चला कि उनके बैंक खाते से यूपीआई के माध्यम से रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. उन्होंने इसकी जानकारी तोरवा थाने में दी. तब उन्हें साइबर सेल भेज दिया गया. इस मामले में पुलिस ने अब तक कार्रवाई शुरू नहीं की है.